Medical officer kaise bane, How to become a medical officer in Hindi, Medical officer banne ke liye eligibility-yogyata, मेडिकल ऑफिसर या चिकित्सा अधिकारी बनने की पूरी जानकारी.
मेडिकल ऑफिसर कैसे बने (How to become a medical officer in Hindi)
चिकित्सा अधिकारी यानी मेडिकल ऑफिसर (Medical officer) बनने की इच्छा रखने वाले उम्मीदवारों के लिए यह लेख प्रस्तुत है- मेडिकल ऑफिसर कैसे बने, ‘हाउ टू बीकम अ मेडिकल ऑफिसर’ इनफार्मेशन इन हिंदी (How to become a medical officer information in Hindi).
मेडिकल विभाग का बहुत ही प्रतिष्टित पद है ‘मेडिकल ऑफिसर’. अगर आप मेडिकल ऑफिसर बनना चाहते है, तो सबसे पहले आपको इस पद के कर्तव्यों और जिम्मेदारियों को समझना होगा, उसके बाद मेडिकल ऑफिसर बनने के बारे में सोचना होगा.
जानकारी के लिए आपको बता दूँ कि मेडिकल अधिकारी, जिन्हें अक्सर मेडिकल विभाग में मुख्य अधिकारी के रूप में संदर्भित किया जाता है. यह वे चिकित्सक हैं जो आमतौर पर अस्पतालों के प्रभारी होते हैं.
यह स्वास्थ्य मुद्दों और रोग नियंत्रण पर एक सलाहकार के रूप में कार्य करते हैं, चिकित्सा सहायता प्रदान करते हैं, विसंगतियों की खोज करते हैं और समस्याओं की जांच करते हैं. केवल यहीं नहीं, इसके अलावा यह विभिन्न प्रकार के कार्य भी करते हैं.
मेडिकल ऑफिसर बनने के लिए योग्यता (Eligibility for Medical Officer)
अगर आप खुद को एक अच्छे मेडिकल ऑफिसर के रूप में देखना चाहते है, तो आपकी अंग्रेजी भाषा में काफी अच्छी पकड़ होनी जरूरी है. अगर आपकी अंग्रेजी भाषा कमजोर है, तो सबसे पहले उसे मजबूत बनाए.
यदि आप मेडिकल ऑफिसर बनना चाहते है, तो सबसे पहले आपको एमबीबीएस की डिग्री हासिल करनी होगी. यानी आपको एमबीबीएस डॉक्टर बनना होगा.
यदि आप एमबीबीएस डॉक्टर (MBBS Doctor) बनना चाहते है, तो आपको 11वीं और 12वीं में पीसीबी (Physics, Chemistry and Biology) विषयों से पढाई करनी होगी. और 12वीं कक्षा में कम से कम 50 से 60% अंक प्राप्त करने होंगे.
12वीं कक्षा के बाद एमबीबीएस (MBBS) में एडमिशन के लिए आपको एमबीबीएस की प्रवेश परीक्षा (Entrance examinations) देना होगा, एमबीबीएस की प्रवेश परीक्षा पास करने के बाद, प्राप्त रैंक के अनुसार, आपको कॉलेज मिलेगा, उसमे आप एमबीबीएस कोर्स (MBBS Course) कर सकते है.
अब आपके पास एमबीबीएस की डिग्री आ जाती है, उसके बाद आपको यूपीएससी कंबाइंड मेडिकल सर्विस परीक्षा के लिए आवेदन करना होगा. इस परीक्षा के लिए आवेदन करने के लिए आपको एमबीबीएस की डिग्री में कम से कम 50% अंकों के साथ उत्तीर्ण होना चाहिए. ध्यान रहे- मेडिकल ऑफिसर के रूप में चयन के लिए इंटर्नशिप आवश्यक है.
इसके लिए आयुसीमा भी निर्धारित की गई है- यूपीएससी कंबाइंड मेडिकल सर्विस परीक्षा के लिए उम्मीदवारों की न्यूनतम आयु 21 वर्ष और अधिकतम आयु 32 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए.
इसमें एससी/एसटी (SC/ST) श्रेणी के उम्मीदवारों को अधिकतम 5 साल के छुट का प्रावधान है और ओबीसी (OBC) श्रेणी के उम्मीदवारों को अधिकतम 3 साल के छुट का प्रावधान है.
चिकित्सा अधिकारी चयन प्रक्रिया (Medical Officer Selection Process)
यूपीएससी द्वारा आयोजित कंबाइंड मेडिकल सर्विस परीक्षा (UPSC CMS Exam) के द्वारे विभिन्न संगठनों में मेडिकल ऑफिसर चयनित किये जाते है, यह परीक्षा साल में एक बार आयोजित की जाती है.
आमतौर पर इस परीक्षा की अधिसूचना (Notification) अप्रैल महीने में जारी की जाती है, और इसकी एक दिवसीय कंप्यूटर बेस्ड ऑनलाइन (Computer-based (Online) लिखित परीक्षा जुलाई महीने में आयोजित की जाती है.
मेडिकल ऑफिसर परीक्षा पैटर्न (Medical Officer Exam Pattern)
यूपीएससी कंबाइंड मेडिकल सर्विस परीक्षा (UPSC Combined Medical Services Exam) दो चरणों में होती है, लिखित परीक्षा और व्यक्तिगत साक्षात्कार.
Paper 1 – Maximum Questions: 120, Maximum Marks: 250, Duration: 2 Hours
- Subject – General Medicine including Cardiology, Neurology, Dermatology and Psychiatry – 96 Questions
- Subject – Paediatrics – 24 Questions
Paper 2 – Maximum Questions: 120, Maximum Marks: 250, Duration: 2 Hours
- Subject – Surgery including ENT, Ophthalmology, Traumatology and Orthopaedics – 40 Questions
- Subject – Gynaecology & Obstetrics – 40 Questions
- Subject – Preventive & Social Medicine – 40 Questions
Interview/Personality Test: 100 Marks.
दो घंटे की अवधि के दो पेपर के साथ एक वस्तुनिष्ठ प्रकार (Objective type) की लिखित परीक्षा (Written exam) होती है, प्रत्येक पेपर 250 अंक का होता हैं. इस परीक्षा में निगेटिव मार्किंग भी होती है.
लिखित परीक्षा में अर्हता प्राप्त करने वाले उम्मीदवारों को यूपीएससी द्वारा आयोजित साक्षात्कार / व्यक्तित्व परीक्षण के लिए बुलाया जाता है, जिसमें 100 अंक होते हैं.
कंबाइंड मेडिकल सर्विस परीक्षा (CMS exam) की लिखित परीक्षा और साक्षात्कार में अर्हता प्राप्त करने वाले उम्मीदवारों को मेडिकल ऑफिसर (Medical Officer) के रूप में चयनित किया जाता है.
मेडिकल ऑफिसर बनने का फायदा (Benefits of becoming a medical officer)
–> यह एक प्रतिष्ठित पद है, जिसे समाज में अच्छा मान-सम्मान मिलता है. लोग मेडिकल ऑफिसर को बड़े ही आदर भाव से देखते और संबोधित करते है.
–> मेडिकल ऑफिसर (Medical Officer) को वे सभी लाभ प्राप्त होंते है, जो कि अन्य केंद्रीय सरकारी कर्मचारियों को आवास, बोनस, वेतन और अन्य चीजों के लिए मिलते हैं.
–> अलग अलग संघठनो के अनुसार एक मेडिकल ऑफिसर को वेतन दिया जाता है, जो कि हर महीने 50,000 रूपये से 85,000 रूपये तक होता है.
–> कुछ वर्ष मेडिकल ऑफिसर के रूप में नौकरी करने के बाद, इस फील्ड में अच्छा अनुभव प्राप्त करने के बाद, आपके बेहतरीन प्रदर्शन के आधार पर आपको सीएमओ (Chief medical officer) के पद पर प्रमोशन भी मिल सकता है.
- यह भी जरुर पढ़े – चीफ मेडिकल ऑफिसर (CMO) कैसे बने
कंबाइंड मेडिकल सर्विस परीक्षा की तैयारी कैसे करे (How to prepare for Combined Medical Services Examination)
यूपीएससी द्वारा आयोजित सभी प्रतियोगी परीक्षाये कठिन परीक्षाओं में गिनी जाती है. उसी तरह कंबाइंड मेडिकल सर्विस परीक्षा (Combined Medical Services Examination) भी देश की कठिन परीक्षाओं में से एक है.
अगर आप इस परीक्षा की तैयारी करना चाहते है, तो आपको परफेक्ट तैयारी की आवश्यकता है, तभी आप इस प्रतियोगी परीक्षा में सफलता प्राप्त कर सकते है.
–> कंबाइंड मेडिकल सर्विस परीक्षा की तैयारी के लिए सबसे पहले इस परीक्षा के पिछले कुछ (5-7) वर्ष के प्रश्न पत्र जमा करे, फिर उन्हें एक एक करके समय अवधि को ध्यान में रख कर सॉल्व करे.
–> आर्टिकल में दिए उपरोक्त सभी सब्जेक्ट्स का अच्छी तरह से यानी एकाग्रता (Concentration) बना कर अध्ययन करे, ताकि परीक्षा के दौरान प्रश्न पत्र में पूछे गये सभी सवालो को आप आसानी से हल कर सके.
–> कंबाइंड मेडिकल सर्विस परीक्षा की तैयारी के लिए आप बुक्स भी खरीद सकते है. अगर आप गूगल में ‘combined medical services examination books’ लिखकर सर्च करेंगे, तो आपको इससे संबंधित कई बुक्स मिल जायेंगे.
–> अगर आप चाहो तो कंबाइंड मेडिकल सर्विस परीक्षा की तैयारी के लिए कोचिंग का सहारा भी ले सकते है. देश में कई जगह इसके लिए अच्छे अच्छे कोचिंग सेंटर (Coaching center) उपलब्ध है.
–> अगर आप कंबाइंड मेडिकल सर्विस परीक्षा की तैयारी के लिए कोचिंग ज्वाइन करते है, तो सिर्फ कोचिंग पर ही निर्भर न रहे, सेल्फ स्टडी (Self study) पर भी फोकस करे.
–> इस परीक्षा की तैयारी के लिए जनरल नॉलेज और करेंट अफेयर्स किताबे भी पढ़ते रहे, न्यूज़ पेपर पढ़ते रहे. आप इस परीक्षा की तैयारी के लिए इंटरनेट का सहारा भी ले सकते है.
–> जानकारी के लिए आपको बता दूँ कि इंटरनेट पर ऐसे कई साइट्स उपलब्ध है, जहा से मेडिकल सर्विस परीक्षा के “प्रश्न पत्र” और “आंसर कीज” भी प्राप्त कर सकते है.
अंतिम शब्द (Last Word)
दोस्तों, इस लेख में हमने, “मेडिकल ऑफिसर कैसे बने (Medical officer kaise bane)” इसके बारे में जानकारी दी है. हमें पूरी उम्मीद है कि यह लेख कई लोगो के लिए उपयोगी साबित होगा. इसके अलावा यदि किसी का इस लेख से सबंधित कोई भी सुझाव या सवाल है तो वे हमें कमेंट करके पूछ सकते है.
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मेडिकल रिकॉर्ड ऑफिसर (Medical record officer) कैसे बने
दोस्तों अस्पतालों एवं स्वास्थ्य केंद्रों में प्रत्येक मरीज के मेडिकल फाइल, उपचार एवं परीक्षण, एडमिशन एवं डिस्चार्ज आदि का पूरा रिकॉर्ड मेंटेन करने के लिए एक ऑफिसर की नियुक्ति की जाती है, जिसे मेडिकल रिकॉर्ड ऑफिसर (Medical record officer) के नाम से जाना जाता है.
आईएएस ऑफिसर (IAS Officer) कैसे बने
एक आईएएस अधिकारी (IAS Officer) का देश और समाज में बहुत सम्मानित स्थान होता है. इसलिए हर साल लाखों छात्र आईएएस बनने के लिए आवेदन करते हैं.
आईएएस यानी “भारतीय प्रशासनिक सेवा” (Indian Administrative Service). यह अखिल भारतीय सेवाओं में से एक है, इसके अधिकारी अखिल भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी होते हैं.
आईपीएस ऑफिसर (IPS Officer) कैसे बने
आईपीएस ऑफिसर यानी इंडियन पुलिस सर्विस. यह पुलिस डिपार्टमेंट का एक ऐसा पद है, जिसके लिए युवां बिना खाए पिये न जाने कितनी मेहनत करते है. क्योंकि आईपीएस बनना किसी अग्निपरीक्षा से गुजरने से कम नहीं है.
जानकारी के लिए आपको बता दें कि आई.पी.एस का पद भारत की आंतरिक सुरक्षा व्यवस्था में एक उच्च सम्मानित पद है और यह भारतीय पुलिस सेवा भारतीय लोकतंत्र का सबसे बुनियादी आधार है.
आईएफएस ऑफिसर (IFS Officer) कैसे बने
आईएफएस (IFS), यह देश के उच्च पदों में से एक है, और इसे भारतीय विदेश सेवा (Indian Foreign Service) के नाम से जाना जाता हैं, और इसे दूतावास के रूप में भी जाना जाता हैं.
विदेश मंत्रालय आईएफएस अधिकारियों (IFS Officers) द्वारा किए गए कार्यों के निष्पादन को संशोधित करता है. आईएफएस अधिकारी देश के प्रमुख मामलों जैसे भारत पाकिस्तान बैठक और अन्य देशों के साथ व्यापारिक बैठकों में अपने देश का प्रतिनिधित्व करते हैं.
फॉरेस्ट ऑफिसर (Forest Officer) कैसे बने
‘फॉरेस्ट ऑफिसर’ यह एक बहुत ही जिम्मेदारी वाली पोस्ट है, जंगल में अवैध कटाई, अवैध शिकार एवं फॉरेस्ट सुरक्षा की जिम्मेदारी फॉरेस्ट ऑफिसर की होती है.
इस पोस्ट के लिए उम्मीदवार को मेंटली और फिजिकली फिट रहना बेहद आवश्यक है. साथ ही उम्मीदवार काफी सक्रीय प्रवृति का होना चाहिए. क्योंकि आईएएस, आईपीएस ऑफिसर की तरह फ़ॉरेस्ट ऑफिसर बनने के लिए भी कठिन परीक्षा से गुजरना पड़ता है. जो देश के सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक होती है.
इनकम टैक्स ऑफिसर (Income Tax Officer) कैसे बने
इनकम टैक्स ऑफिसर एक अधिकारी है, जो भारत में केंद्रीय सरकार के एक विभाग, केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) के रूप में आयकर संबंधी मामलों के कार्य करता है.
“इनकम टैक्स” भारत सरकार का एक प्रमुख रेवेन्यू सोर्स है, और इसके कार्यों की देखरेख केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) करता है. प्रत्यक्ष कर बोर्ड के तहत प्रत्यक्ष करों की वसूली तथा प्रोसेसिंग जैसे कार्य में इनकम टैक्स ऑफिसर करते है.
आर्मी ऑफिसर (Army Officer) कैसे बने
आर्मी ऑफिसर जिसे “सेना अधिकारी” के रूप में जाना जाता है. “आर्मी ऑफिसर” यह एक बहुत ही जिम्मेदार पद है. इसके हाथों में देश की सुरक्षा की जिम्मेदारी होती है.
अब आप खुद ही अंदाजा लगा सकते है, कि यह पद ऐसे ही किसी के हाथो में कैसे सोपा जा सकता है. इसके लिए किसी ऐसे जिम्मेदार व्यक्ती को चुना जाता है जो सही-गलत का फर्क समझ सकता हो, जो देश की सुरक्षा के हित में कार्य करता हो, जो बुद्धिमान और साहसी हो.
नेवी ऑफिसर (Navy Officer) कैसे बने
“नौसेना” यानी “नेवी सेना” जिसे समुद्री सेना रूप में भी जाना जाता है. यह सेना देश को समुद्र मार्ग से होने वाले आक्रमणों से बचाती है. “भारतीय नौसेना” भारतीय सेना का सामुद्रिक अंग है, जो देश को कई आपदाओं से बचाती है.
यदि आप नौसेना में शामिल होना चाहते है, या आप नेवी ऑफिसर बनना चाहते है, तो आपको कड़ी मेहनत के साथ नेवी ऑफिसर प्रतियोगी परीक्षा की परफेक्ट तैयारी करने की आवश्यकता है, तभी आप इसमें सफल हो सकते है.
एयर फोर्स ऑफिसर (Air Force Officer) कैसे बने
“एयर फोर्स” जिसे हिंदी में “वायु सेना” कहते है. भारतीय वायु सेना (Indian Air Force) दुनिया की प्रमुख वायु सेना में से एक है. यह सेना देश को आसमानों से बाहरी आक्रमणों से बचाती है.
इसमें एयर फोर्स ऑफिसर का मुख्य नेतृत्व रहता है. अगर आप एयर फोर्स ऑफिसर बनना चाहते है, तो आपको कठिन प्रतियोगी परीक्षाओं से गुजरना होगा, आप एयर फोर्स में एनडीए (NDA) या सीडीएस (CDS) परीक्षा के तहत प्रवेश पा सकते है.
सीबीआई ऑफिसर (CBI Officer) कैसे बने
सीबीआई (CBI – Central Bureau of Investigation) यानी केंद्रीय जांच ब्यूरो. सीबीआई की स्थापना 1 अप्रैल 1963 को “डीपी कोहली” ने की थी. एफडीआई, आईबी, और, रॉ (FDI, IB, and, Raw) की तरह सीबीआई भारत सरकार की एक प्रमुख जांच एजेंसी है.
यह जांच एजेंसी भारत देश में हो रहे सुरक्षा से जुड़े अलग-अलग आपदाओं को सुलझाने का काम करती है. भारत देश की सुरक्षा से संबंधित विभिन्न मुद्दों को हल करने के लिए इस केंद्रीय अन्वेषण/जांच ब्यूरो (CBI) की मदद ली जाती है.
सीआईडी ऑफिसर (CID Officer) कैसे बने
सीआईडी यानी “अपराधशील खोज विभाग” जिसे अंग्रेजी में (CID – Criminal Investigation Department) कहते है. हर देश में यह डिपोरमेंट होता है, जिसे अलग-अलग नाम से जाना जाता है.
हमारे देश में इस डिपार्मेंट को सीआईडी (CID) के नाम से जाना जाता है. इसमें “सीआईडी ऑफिसर” सीआईडी डिपोरमेन्ट भारत सरकार के लिए डिटेक्टिव एजेंसी (Detective agency) के रूप में कार्य करते है.
आईबी ऑफिसर (IB Officer) कैसे बने
आईबी को “खुपिया ब्यूरो” भी कहा जाता है. अंग्रेजी में आईबी को इंटेलिजेंस ब्यूरो (Intelligence Bureau) भी कहते है. यह भारत की आंतरिक खुफिया एजेंसी है.
इसका उपयोग भारत के भीतर से खुफिया जानकारियों को इकट्ठा करने के लिए किया जाता है. आईबी की मदद से भारत के आंतरिक वाद-विवाद आपदाओं को हल किया जाता है. यह एक गुप्त एजेंसी है. कई जगह कई बार यहां तक कि उनके परिवार के सदस्यों को उनके जॉब व उनके ठिकाने के बारे में जानकारी नहीं होती.
बीडीओ ऑफिसर (BDO Officer) कैसे बने
बीडीओ यानी ब्लॉक डेवलपमेंट ऑफिसर (Block development officer), जिसे हिंदी में “खंड विकास अधिकारी” कहते है. ब्लॉक डेवलपमेंट ऑफिसर हर ब्लॉक में होते हैं, इनका काम सरकार द्वारा चलाए जा रहे हैं विकास परियोजनाओं को अपने ब्लॉक में सुचारू रूप से संचालित करना होता है.
अपने ब्लॉक में विकास के लिए योजना बनाना या अपने ब्लॉक की विकास की गति को हमेशा बनाए रखने की जिम्मेदारी भी ब्लॉक डेवलपमेंट ऑफिसर की होती है.
एसडीओ ऑफिसर (SDO Officer) कैसे बने
“एसडीओ ऑफिसर” प्रभागीय स्तर पर विभिन्न प्रकार के सरकारी कार्य करते है, और यह राज्य सरकार (State government) के अधीन काम करते है. और इनकी नियुक्ति भी राज्य सरकार द्वारा ही की जाती है.
एसडीओ ऑफिसर यानी उप मंडल अधिकारी, जिसे इंग्लिश में सब डिविजनल ऑफिसर (Sub divisional office) कहते है. यह एक विभागीय स्तर का ऑफिसर होता है.
रेलवे ऑफिसर (Railway Officer) कैसे बने
रेलवे में सभी पद A, B, C, D इन चार ग्रुप कैटेगरी में से होते है. ग्रुप A और ग्रुप B ऑफिसर ग्रेड में आते है. इनमें से ग्रुप A कैटेगरी द्वारा क्लास 1 ऑफिसर लेवल के पदों की भर्ती होती है.
क्लास 1 ऑफिसर लेवल के पदों पर उम्मीदवारों की भर्ती सिविल सर्विस एग्जाम/ इंजीनियरिंग सर्विस एग्जाम/ कंबाइंड मेडिकल एग्जाम के जरिए होती है.
उम्मीदवार ग्रुप A लेवल के लिए किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान से इंजीनियरिंग, एमएससी डिग्री या एमबीबीएस के लेवल की डिग्री धारक होना जरूरी है. ग्रुप A अधिकारियों की कुल तीन शाखाएं हैं, जैसे- सिविल सेवा, इंजीनियरिंग सेवा और चिकित्सा सेवा हैं.
ब्लॉक एजुकेशन ऑफिसर (Block Education Officer) कैसे बने
ब्लॉक एजुकेशन ऑफिसर यानी खंड शिक्षा अधिकारी, यह अपने आप में एक अधिकारी होता है, जो अपने ब्लॉक के शिक्षा (Education) से संबंधित कार्य करता है.
अपने ब्लॉक के स्कूलों, कॉलेजों में शिक्षा के स्तर में सुधार करना, शिक्षा से संबंधित सुविधाएं प्रदान करना, आदि कई तरह के कार्य खंड शिक्षा अधिकारी (BEO) द्वारा किये जाते है.
कस्टम ऑफिसर (Custom Officer) कैसे बने
कस्टम विभाग (Custom department) के जरिये गैरकानूनी इम्पोर्ट (Illegal import) और एक्सपोर्ट (Export) पर रोक लगाना, कस्टम ऑफिसर्स का काम होता है.
प्रतिबंधित चीजो की जांच करना एवं उन पर रोक लगाना जैसे कार्य कस्टम अधिकारी (Custom Officer) के होते है. इसी काम के लिए कस्टम विभाग में कस्टम ऑफिसर्स नियुक्त किये जाते है.
आरटीओ ऑफिसर (RTO Officer) कैसे बने
आरटीओ (RTO) जिसे हिंदी में “क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय” कहा जाता है. आरटीओ का फुल फॉर्म रीजनल ट्रांसपोर्ट ऑफिसर (Regional Transport Officer) है.
क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय भारतीय सरकार का संगठन है, जो भारत के विभिन्न राज्यों के लिए ड्राइवरों के डेटाबेस वाहनों के डेटाबेस को बनाए रखने के लिए ज़िम्मेदार है.
ड्राइविंग लाइसेंस देना, वाहन का रजिस्ट्रेशन कराना, पॉल्यूशन सर्टिफिकेट देना, गाडी का बीमा कराना आदि कई काम आरटीओ (RTO) के होते है.
एग्रीकल्चर ऑफिसर (Agriculture Officer) कैसे बने
एग्रीकल्चर ऑफिसर की भर्ती हर साल आईबीपीएस (IBPS) के स्पेशलिस्ट ऑफिसर के माध्यम से की जाती है. “एग्रीकल्चर ऑफिसर” यह एक बहुत ही अच्छी पोस्ट है, जिसके लिए हर साल हजारो आवेदन किये जाते है.
पोस्ट ऑफिसर (Post Officer) कैसे बने
हर साल डाक विभाग में भर्ती होती है. नौकरी पाने के लिए आपको प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ता है. डाक विभाग में अधिकारी बनने के लिए, आपका स्नातक होना आवश्यक है.
इसके अलावा, आपको संबंधित लिखित परीक्षा की तैयारी भी करनी होगी. लिखित परीक्षा क्लियर करने के बाद ही आप इस नौकरी के लिए योग्य होते हैं.
रॉ एजेंट या ऑफिसर (Raw Agent or Officer) कैसे बने
रॉ (RAW) भारत का सबसे गोपनीय खुफिया विभाग है. रॉ का मतलब है- अनुसंधान और विश्लेषण स्कंध (Research and Analysis Wing), रॉ एजेंट या रॉ ऑफिसर के कार्य इतने गुप्त होते है कि इनके कार्यों के बारे में किसी को भी कुछ भी पता नहीं चलता है.
यहां तक की रॉ में जॉब करने वालो के परिवार वालों को भी उनके कार्यो के बारे में कुछ भी पता नहीं होता है. ऐसे में आखिर वो लोग कौन सा काम करते होंगे, यह सवाल आपके मन में जरुर उठता होगा.
बैंक प्रोबेशनरी ऑफिसर (Bank Probationary Officer) कैसे बने
बैंक पीओ (PO) को ही प्रोबेशनरी ऑफिसर (Probationary officer) कहा जाता है. यह पोस्ट बैंक में जूनियर मेनेजर या असिस्टंट मेनेजर की तरह ही होती है.
बैंक में 2 साल के पिरेड की प्रोबेशनरी ट्रेनिंग होती है, उसके बाद उम्मीदवार की रैंक अथवा पोस्ट तय की जाती है. उसके कुछ दिनों बाद उन्हें कुछ स्पेशल पोस्ट के लिए चुना जाता है जैसे- बैंक के जीएम या चेयरमैन आदि.
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नहीं कोई प्रॉब्लम नहीं होगी.
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