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स्मार्टफोन यूज करते है तो इसे जरुर पढ़े, मंडरा रहा है बड़ा खतरा
वर्तमान समय में स्मार्टफोन का यूज बहुत ही तेजी से बढ़ रहा है। एक घर में लगभग 2-4 स्मार्टफोन मिल जायेगे। इस वजह से मोबाइल कंपनियां भी अच्छी कमाई कर रहे है। लेकिन क्या आप जानते है, स्मार्टफोन यूजर धीरे धीरे खतरों से घीरे जा रहे है। इसे सीधी और साफ़ भाषा में कहा जाए तो स्मार्टफोन जानलेवा साबित हो सकता है।
हम ये मानते है की, विज्ञान के इस दौर में इन टेक्नोलॉजी यों ने मनुष्य के कई काम को आसान बना दिया है, इसमें स्मार्टफोन की अहम भूमिका है। लेकिन आपको पता होना चाहिये की, स्मार्टफोन का जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल आपको शारीरिक एवं मानसिक रूप से बीमार बना सकता है। इसके वजह से आपके शरीर में ऐसे ऐसे बिमारियों आगमन होता है, जिसके बारे में आप सोच भी नहीं सकते।
आज यहां पे हम बात करेंगे स्मार्टफोन से निकलने वाले रेडिएशन के बारे में। क्या आप जानते है, आपके स्मार्टफोन से निकलने वाला रेडिएशन कितना है खतरनाक है। यदि नहीं जानते तो यह पूरा आर्टिकल अन्तः तक जरुर पढ़े।
जानिये, स्मार्टफोन से निकलने वाला रेडिएशन कितना खतरनाक है
कुछ रिसर्च के अनुसार वैज्ञानिकों मानना है की, स्मार्टफोन से निकलने वाला रेडिएशन शरीर के बेहद खतरनाक होता है, इससे ब्रेन कैंसर समेत बहरापन, सुनने में परेशानी, हार्ट फेलियर, न्यूरोडेगेनेरेटिव डिसऑर्डर जैसी कई सारी घातक बीमारियां हो सकती हैं।
➲ रिसर्च के पहले डॉ. देवरा डेविस भी इस बात को नहीं मानते थे लेकिन रिसर्च के बाद उनका भी कहना है की, मोबाइल की रेडिएशन आपके स्वास्थ्य के लिए ये बेहद ही खतरनाक है और इस बात को साबित करने के लिए उनके पास अब खुद की रिसर्च भी शामिल हैं। – Dailyhunt news
➲ इंडियन मेडिकल एसोसिएशन और हार्ट केयर फाउंडेशन ऑफ इंडिया एनजीओ के डॉक्टर्स ने एक रिपोर्ट जारी करते हुए कहा कि बीमारियों का कारण स्मार्टफोन, कंप्यूटर और माइक्रोवेव से निकलने वाला रेडिएशन है। – GaoConnectin news
➲ हार्ट केयर फाउंडेशन के अध्यक्ष व आइएमए के उपाध्यक्ष (निर्वाचित) डॉ. केके अग्रवाल बताते हैँ, “पहले यह समझा जाता था कि रेडिएशन से सिर्फ कैंसर होने का खतरा रहता है, लेकिन अध्ययन में हमने पाया कि इससे एंजाइटी, नोमोफोबिया, इंन्सोम्निया, ब्लैकबैरी थम्ब आदि बीमारियां हो रही हैं। – GaoConnectin news
➲ मैक्स हेल्थकेयर में कंसल्टेंट न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. पुनीत अग्रवाल के मुताबिक मोबाइल रेडिएशन सभी के लिए नुकसानदेह है लेकिन बच्चे, महिलाएं, बुजुर्गों और मरीजों को इससे ज्यादा नुकसान हो सकता है। – NavbharatTimes news
➲ आईआईटी बॉम्बे में इलेक्ट्रिकल इंजिनियर प्रो. गिरीश कुमार का कहना है कि मोबाइल रेडिएशन से तमाम दिक्कतें हो सकती हैं, जिनमें प्रमुख हैं सिरदर्द, सिर में झनझनाहट, लगातार थकान महसूस करना, चक्कर आना, डिप्रेशन, नींद न आना, आंखों में ड्राइनेस, काम में ध्यान न लगना, कानों का बजना, सुनने में कमी, याददाश्त में कमी, पाचन में गड़बड़ी, अनियमित धड़कन, जोड़ों में दर्द आदि। – NavbharatTimes news
➲ अमेरिकन मस्कुलर डिजनरेशन फाउंडेशन की रिसर्च के अनुसार, अगर हम रोज अंधेरे में 30 मिनट भी स्मार्टफोन की स्क्रीन पर काम करते हैं तो इससे हमारी आंखें ड्राय होने लगती हैं। आंखें ड्राय होने से रेटिना पर बुरा असर पड़ता है। लंबे समय तक यही रूटीन रखने से के कारण आंखों की रोशनी कम होने लगती है। – SanjeevniToday
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Good research, keep sharing articles like this
Okey Avani ji..