10th ke bad kya kare jane hindi me, 10th ke baad Career Options, 10वीं के बाद क्या करे, 10th के बाद करियर विकल्प, दसवीं के बाद कौन सा सब्जेक्ट ले? आगे पढ़े इससे जुड़ी सभी जरुरी जानकारी.
10वीं के बाद क्या करे कौन सा कोर्स करे, 10th के बाद करियर विकल्प
- 10th Ke Baad Kya Kare, Konsa Course Kare
- 10th Ke Bad Konsa Subject ya Education le
- What is the Best Course after 10th in Hindi
- Career Options after 10th class tips in Hindi
क्या आप भी इन सवालों के जवाब ढूंढ रहे हैं, यदि आप 10 वीं कक्षा में पढ़ रहे हैं या दसवीं कक्षा पास कर चुके हैं, तो आपको भी इन सवालों के जवाब जानना चाहिए. इस लेख में इन सभी सवालों के जवाब मिलेंगे. यह लेख उन सभी छात्रों के लिए उपयोगी साबित होगा जो 10 वीं कक्षा में पढ़ रहे हैं या 10 वीं कक्षा उत्तीर्ण हो चुके हैं और वे आगे की पढ़ाई करना चाहते हैं.
अगर आप अभी में दसवीं में पढ़ रहे हैं या आप दसवीं पास कर चुके हैं और आपको आगे क्या करना चाहिए अर्थात आपको कौन सा कोर्स करना चाहिए, आप इस बारे में निर्णय नहीं ले पा रहे हैं, तो यह लेख आपके लिए काफी उपयोगी साबित हो सकता है. बहुत से छात्र इस बात को लेकर कन्फ्यूज रहते हैं कि 10 वीं के बाद क्या करें? 10 वीं के बाद कौन सा एजुकेशन लें? इसी समस्या को ध्यान में रखते हुए यह लेख प्रकाशित किया जा रहा है.
10वीं के बाद पढ़ाई का उद्देश्य निर्धारित करें
यदि आप किसी विशेष क्षेत्र में बेहतर करियर बनाने के बारे में सोच रहे हैं, तो आपको 10 वीं कक्षा से ही आगे की पढ़ाई की तैयारी करनी चाहिए. यदि आप ऐसा नहीं करते हैं, तो आपको आगे अपने पसंदीदा क्षेत्र में करियर बनाने में कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है. इसलिए, दसवीं के बाद ही सही विषयों का चयन करना बहुत जरूरी है.
क्योंकि पढ़ाई का “उद्देश्य” केवल कुछ भी पढऩा नहीं है, बल्कि हमें उन सभी आकांक्षाओं और इच्छाओं को पाने के लिए पढ़ना है जिनकी हम कल्पना करते हैं. भविष्य में हमें क्या बनना है, इसका भी “उद्देश्य” स्टूडेंट को पहले से ही तय कर लेना चाहिए. क्योंकि इसके बारे में सोचे बिना, 10 वीं के बाद किसी भी विषयो का चयन करके आगे की पढ़ाई शुरू करना, सही तरीका नहीं है.
10 वीं के बाद आगे की पढ़ाई शुरू करने से पहले, हमें अपना एक “उद्देश्य” निर्धारित करना होगा कि हम क्यों पढ़ रहे हैं, हम क्या बनने के लिए पढाई कर रहे हैं. सफल होने के लिए हमें पढाई का “उद्देश्य” निर्धारित करना और फिर उस उद्देश्य को पाने के लिए सुनियोजित तरीके से पढ़ाई शुरू करना ही सही तरिका है.
10वीं के बाद सही करियर का चुनाव करें
अगर आप भविष्य में कुछ बनना चाहते हैं, या आप किसी विशेष क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते है तो आपको उसके अनुसार ही 10 वीं के बाद विषयों का चयन करना बहुत जरूरी है. इसके लिए पहले आपको यह तय करना होगा कि आप क्या बनना चाहते हैं, आप किस क्षेत्र में जाना चाहते है. क्योंकि किसी भी विशेष क्षेत्र में प्रवेश पाने के लिए, आपको कुछ विशेष विषयों की पढाई करनी होती है.
उदाहरण के लिए, मान लीजिए कि आप इंजीनियरिंग क्षेत्र (Engineering field) में अपना करियर बनाना चाहते हैं या आप चिकित्सा क्षेत्र (Medical field) में अपना करियर बनाना चाहते हैं, या फिर आप कंप्यूटर क्षेत्र (Computer field) में अपना करियर बनाना चाहते हैं, तो आपको इन क्षेत्र के लिए निर्धारित किये गए विषयों की पढाई करनी बहुत जरुरी है. क्योंकि हर अलग फील्ड के लिए अलग-अलग विषय और कोर्स निर्धारित किए गए हैं.
जानकारी के लिए आपको बता दें कि 10वीं के बाद आप अपने मनपसंद विषय चुनकर अपने पसंदीदा क्षेत्र में प्रवेश पा सकते हैं. अगर आप सोच रहे हैं कि 12वीं के बाद आप अपने करियर के बारे में सोचेंगे, तो आपको बता दें कि आपको 12वीं के बाद इतने विकल्प नहीं मिलेंगे, जितने विकल्प 10वीं के बाद उपलब्ध रहते हैं. इसलिए करियर एक्सपर्ट (Career expert) कहते हैं कि आपको 10वीं के बाद ही सही करियर का चुनाव करना चाहिए.
10वीं के बाद करियर विकल्प (Career options after 10th in hindi)
यदि आप दसवीं कक्षा के बाद किसी भी फील्ड के लिए तैयारी करना चाहते हैं तो बेसक तैयारी कर सकते हैं. क्योंकि हमारे देश में 10वीं के बाद करियर के लिए सैकड़ों विकल्प उपलब्ध हैं. आप 10वीं के बाद जिस भी क्षेत्र में जाना चाहते है जा सकते है. इतने विकल्प आपको 12वीं के बाद नहीं मिलेंगे, जितने 10वीं के बाद मिलते है. बस आपको तय करना है कि आपको किस क्षेत्र में जाना है, उसके बाद आपको उसी के अनुसार पढ़ाई करनी है.
दसवीं के बाद, आप किसी भी क्षेत्र के लिए पढ़ाई कर सकते हैं, इसके लिए आपको आवश्यक पाठ्यक्रमों और विषयों की पढ़ाई करनी होगी. नीचे देखे, कुछ लोकप्रिय क्षेत्रों (Popular sector) की सूची दी गई है, आप उसमें से अपना पसंदीदा क्षेत्र चुनकर उस क्षेत्र में अपना करियर बना सकते हैं.
करियर विकल्प सूची (Career Options List)
- इंजीनियरिंग फील्ड में करियर विकल्प उपलब्ध है.
- कंप्यूटर क्षेत्र में करियर विकल्प उपलब्ध है.
- एग्रीकल्चर क्षेत्र में करियर विकल्प उपलब्ध है.
- बैंकिंग क्षेत्र में करियर विकल्प उपलब्ध है.
- मेडिकल फील्ड में करियर विकल्प उपलब्ध है.
- लॉ सेक्टर में करियर विकल्प उपलब्ध है.
- फॉरेस्ट्री में करियर विकल्प उपलब्ध है.
- आर्कियोलॉजी में करियर विकल्प उपलब्ध है.
- हेल्थकेयर क्षेत्र में करियर विकल्प उपलब्ध है.
- स्पोर्ट्स फील्ड में करियर विकल्प उपलब्ध है.
- होटलिंग सेक्टर में करियर विकल्प उपलब्ध है.
- कॉरपोरेट सेक्टर में करियर विकल्प उपलब्ध है.
- टीचिंग फील्ड में करियर विकल्प उपलब्ध है.
- वेब डेवलपमेंट में करियर विकल्प उपलब्ध है.
- तकनीकी क्षेत्र में करियर विकल्प उपलब्ध है.
- पत्रकारिता क्षेत्र में करियर विकल्प उपलब्ध है.
- सैन्य विज्ञान में करियर विकल्प उपलब्ध है.
- सिक्योरिटी सेक्टर में करियर विकल्प उपलब्ध है.
- डिजाइनिंग फील्ड में करियर विकल्प उपलब्ध है.
- मैकेनिकल सेक्टर में करियर विकल्प उपलब्ध है.
- ऑटोमोबाइल सेक्टर में करियर विकल्प उपलब्ध है.
- इलेक्ट्रॉनिक्स फील्ड में करियर विकल्प उपलब्ध है.
- इलेक्ट्रिकल फील्ड में करियर विकल्प उपलब्ध है.
- स्पेस इंडस्ट्री में करियर विकल्प उपलब्ध है.
- कंस्ट्रक्शन इंडस्ट्री में करियर विकल्प उपलब्ध है.
- मीडिया इंडस्ट्री में करियर विकल्प उपलब्ध है.
- डेयरी इंडस्ट्री में करियर करियर विकल्प उपलब्ध है.
- एविएशन सेक्टर में करियर विकल्प उपलब्ध है.
- रियल एस्टेट सेक्टर में करियर विकल्प उपलब्ध है.
- आईटी सेक्टर में करियर विकल्प उपलब्ध है.
- इन्वेस्टीगेशन फील्ड में करियर विकल्प उपलब्ध है.
- रिसर्च सेक्टर में करियर विकल्प उपलब्ध है.
- रिटेल सेक्टर में करियर विकल्प उपलब्ध है.
- राइटिंग फील्ड में करियर विकल्प उपलब्ध है.
- फोटोग्राफी क्षेत्र करियर विकल्प उपलब्ध है.
- वीडियो शूटिंग में करियर विकल्प उपलब्ध है.
- एक्टिंग फील्ड में करियर विकल्प उपलब्ध है.
- ट्रांसपोर्ट के क्षेत्र करियर विकल्प उपलब्ध है.
- कम्युनिकेशन फील्ड में करियर विकल्प उपलब्ध है.
- मार्केटिंग फील्ड में करियर विकल्प उपलब्ध है.
- फाइनेंस सेक्टर में करियर विकल्प उपलब्ध है.
- इन्शुरन्स सेक्टर में करियर विकल्प उपलब्ध है.
- इन्वेस्टमेंट सेक्टर में करियर विकल्प उपलब्ध है.
निम्नलिखित सवालो के जवाब जाने-
ऊपर दी गई जानकारी और करियर विकल्प सूची (Career options list) से, आपको यह पता चल गया होगा कि आप 10 वीं के बाद, आवश्यक कोर्स की पढाई करके लगभग सभी क्षेत्रों में अपनी किस्मत आजमा सकते हैं. लेकिन अभी तक आपको निम्नलिखित सवालो के जवाब नहीं मिले है.
- 10th Ke Baad Kya Kare, Konsa Course Kare
- 10th Ke Bad Konsa Subject ya Education le
- What is the Best Course after 10th in Hindi
- Career Options after 10th class tips in Hindi
आइए अब हम इन सवालों के जवाब जानते हैं और 10वीं के बाद कौन-कौन से कोर्स किए जा सकते हैं? 10th के बाद किन-किन विषयों की पढ़ाई की जा सकती है? इसके बारे में भी जानते है.
10वीं के बाद क्या करे, कौन सा एजुकेशन ले
हमारे देश के लगभग सभी राज्यों में 10 वीं कक्षा तक लगभग समान शिक्षा प्रदान की जाती है. लेकिन 10 वीं कक्षा के बाद पाठ्यक्रम और विषय बदल जाते है. यही वो अवसर है जहाँ हम अपने पसंदीदा विषयों को चुन सकते हैं और उनका अध्ययन करके अपने पसंदीदा क्षेत्र में अपना करियर बना सकते हैं. बहुत से छात्र इस अवसर को खो देते हैं और आगे वे अपना सही करियर चुनने में असफल हो जाते हैं.
इसलिए “करियर एक्सपर्ट” कहते है कि अगर सही करियर का चुनाव करना है तो वह 10वीं कक्षा के बाद ही करना चाहिए. 10 वीं के बाद, आपके सामने ढेरों विकल्प उपलब्ध होते हैं, जिसमें से आप पसंदीदा विकल्प चुन सकते हैं. हमारे देश में, 10 वीं के बाद मुख्य रूप से चार श्रेणियों का अध्ययन कराया जाता है, जो वह निम्नलिखित है.
- कला (Arts)
- वाणिज्य (Commerce)
- विज्ञान (Science)
- डिप्लोमा कोर्स (Diploma course)
इन चार श्रेणियों में अलग-अलग विषय होते हैं, जिनका 10वीं के बाद आप अपने मन मुताबिक चुनाव कर सकते हैं. अब इसमें सवाल यह आता है, कि इनका चुनाव कैसे करे, तो आपको बता दें कि आपको पहले इन चारो के विषयों के बारे में जानकारी प्राप्त करनी चाहिए, और फिर इन चारो संकायों में से किसी एक का चयन करना चाहिए. तो आइये अब हम इन चारो संकायों और उनके विषयों के बारे में जानते हैं.
10th के बाद आर्ट्स (Arts) क्यों चुने
यदि आप एक समाज सेवक, राजनीतिज्ञ, अभिनेता, वकील, न्यायाधीश, पत्रकार, प्रोफेसर या प्रशासनिक अधिकारी बनना चाहते हैं, तो आप आर्ट्स का चयन कर सकते हैं. कई लोगों का मानना हैं कि आर्ट्स की पढ़ाई करने वाले छात्रों के लिए नौकरी की संभावनाए बहुत कम होती है, लेकिन ऐसा नहीं है, आर्ट्स के छात्रों के लिए नौकरी की बहुत सी संभावनाए होती है.
आर्ट्स का अध्ययन करके, छात्र बहुत से बड़े-बड़े अधिकारी, जैसे- जिला कलेक्टर, आईपीएस, तहसीलदार, बीडीओ अधिकारी, एसडीओ अधिकारी, शिक्षा अधिकारी, वकील, न्यायाधीश आदि कई सारे पदों पर नौकरी पा सकते हैं.
जाने- आर्ट्स में कौन कौन से सब्जेक्ट है
बता दें कि आर्ट्स में सभी संकायों (Streams) की तुलना में अधिक विषय हैं. इसलिए आर्ट्स के छात्रों के लिए अधिक सेक्टर में रोजगार की संभावनाए उपलब्ध की जाती है.
- इतिहास (History)
- अंग्रेज़ी (English)
- भूगोल (Geography)
- समाजशास्त्र (Sociology)
- राजनीति विज्ञान (Political science)
- अर्थशास्त्र (Economics)
- संस्कृत (Sanskrit)
- मनोविज्ञान (Psychology)
- दर्शनशास्त्र (Philosophy)
- संगीत (Music)
इतिहास (History)
अगर आप इतिहास में दिलचस्पी रखते है तो आप इतिहास विषय का चयन कर सकते है. इसमें, आपको प्रत्येक अवधि से जुड़ी राजनीतिक, आर्थिक, सामाजिक स्थिति के बारे में जानकारी दी जाती है. आगे जाकर आप चाहे तो “इतिहास में करियर” बना सकते हैं.
अंग्रेज़ी (English)
आज के समय में अंग्रेज़ी विषय सबसे महत्वपूर्ण विषयों में से एक है. अंग्रेजी विषय चुनने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि आप अंग्रेजी में अपनी पकड़ बेहतर कर सकते हैं. आगे जाकर आप चाहे तो अंग्रेजी में करियर बना सकते हैं, “अंग्रेजी में करियर” की अपार संभावनाएं हैं.
भूगोल (Geography)
अगर आप भूगोल में दिलचस्पी रखते है तो आप भूगोल विषय का चयन कर सकते है. इसमें आपको पृथ्वी, मानचित्र, भूकंप, अलग-अलग देशों, जलवायु, जंगल, पहाड़ों, नदियों आदि के बारे में जानकारी दी जाती है. आगे जाकर आप चाहे तो “भूगोल में करियर” बना सकते हैं. इसमें भी आप अपना बेहतर करियर बना सकते हैं.
समाजशास्त्र (Sociology)
समाजशास्त्र समाज में रहने वाले लोगों से जुड़ा हुआ विषय है. यदि आप इसमें रुचि रखते हैं, तो आप इस विषय को चुन सकते हैं. समाजशास्त्र में अवसरों की कोई कमी नहीं है, “समाजशास्त्र में करियर” की अपार संभावनाएं हैं. इसमें भी आप अपना बेहतर करियर बना सकते हैं.
राजनीति विज्ञान (Political science)
बता दें कि “राजनीति विज्ञान” एक ऐसा विज्ञान है जो स्थानीय, राज्य, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तरों पर सरकारों के व्यवहार और राजनीतिक सिद्धांतों पर केंद्रित है. राजनीति विज्ञान यह विषय समाजशास्त्र का एक हिस्सा है, जिसमें शासन, राजनीतिक प्रणालियों और उनकी नीतियों के बारे में जानकारी दी जाती है. “राजनीति विज्ञान में करियर” के बेशुमार ऑप्शन्स हैं, इसलिए आप इस विषय का भी चयन कर सकते है.
अर्थशास्त्र (Economics)
अर्थशास्त्र को एक ऐसे विषय के रूप में देखा जा सकता है जिसकी लगभग हर क्षेत्र में उपयोगिता है. विज्ञान और गणित की तरह, अर्थशास्त्र भी एक सदाबहार विषय माना जाता है. इसमें वस्तुओं व सामान के उत्पादन, उपभोग के बारे में अध्ययन करके बेहतरीन करियर की शुरू कर सकते हैं. बता दें कि “अर्थशास्त्र में करियर” की अपार संभावनाएं हैं और कार्पोरेट के फील्ड में भी इसकी अच्छी डिमांड है.
संस्कृत (Sanskrit)
भारतीय शैक्षणिक संस्थान संस्कृत को आधुनिक नौकरियों से जोड़ने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं. क्योंकि हमारे देश में संस्कृत को एक आदर्श भाषा के रूप में देखा जाता है. अगर आप “संस्कृत में करियर” बनाने के बारे में सोच रहे है तो आपको बता दें कि करियर की दृष्टि से भी संस्कृत महत्वपूर्ण भाषा साबित हो रही है, इसलिए आप इस विषय का भी चयन कर सकते है.
मनोविज्ञान (Psychology)
मनोविज्ञान मानव व्यवहार और मानसिक प्रक्रियाओं का अध्ययन है, जिसे साइकोलॉजी के नाम से भी जाना जाता है. मनोविज्ञान विषय मनुष्यों के विभिन्न व्यवहार और अन्य प्रकार के मानसिक पैटर्न पर काम करके सकारात्मक दिशा में बेहतर जीवन जीने में लोगों की मदद करता है. मनोविज्ञान न केवल किताबी ज्ञान पर आधारित है, बल्कि इसमें छात्रों को व्यावहारिक ज्ञान भी दिया जाता है. अगर आप “मनोविज्ञान में करियर” बनाने के बारे में सोच रहे है तो आपको बता दें कि इसमें करियर की अपार संभावनाएं हैं और देश विदेशो में भी इसकी अच्छी डिमांड है.
दर्शनशास्त्र (Philosophy)
दर्शनशास्त्र एक ऐसा विषय है जो आप में इतनी समझ पैदा करता है कि आप एक सही और सटीक विश्लेषण करने के लिए तैयार हो जाते हैं. आर्ट्स के विषयों में दर्शनशास्त्र का एक विशेष स्थान है. अगर हम “दर्शनशास्त्र में करियर” की बात करे तो इसमें पारंगत छात्रों के लिए योग/ मेडिटेशन ट्रेनर के तौर पर कई सरकारी और निजी संस्थानों में सुनहरे अवसर मौजूद हैं. इसलिए, आप इस विषय का चयन भी कर सकते हैं.
संगीत (Music)
भारतीय संगीत की परंपरा को दुनिया की सबसे पुरानी और अटूट परंपरा माना जाता है. अगर आप संगीत में दिलचस्पी रखते है तो आप संगीत विषय का चयन कर सकते है. क्योंकि इस क्षेत्र में भी करियर निर्माण के कई अवसर उपलब्ध होते रहते है. अगर आप “संगीत में करियर” बनाना चाहते है तो आपको बता दें कि आप गायक या वादक बनने के अलावा इस क्षेत्र में कम्पोजर, प्रशिक्षक, गीतकार, म्यूजिक पब्लिशर, म्यूजिक जर्नलिस्ट, डिस्क जॉकी, म्यूजिक थेरेपिस्ट, आर्टिस्ट तथा संगीत कम्पनियों में पीआरओ या मैनेजर के रूप में करियर बना सकते है.
10th के बाद कॉमर्स (Commerce) क्यों चुने
अगर आप चार्टर्ड अकाउंटेंट, बैंक मैनेजर, बिजनेसमैन, बैंकर, कंपनी सेक्रेटरी या फाइनेंस ऑफिसर, आईएएस ऑफिसर, आईपीएस ऑफिसर जैसे पदों पर नौकरी पाना चाहते हैं तो आप 10वीं के बाद कॉमर्स फैकल्टी का चयन कर सकते हैं.
अधिकांश छात्र बैंकिंग और बिजनेस सेक्टर में रूचि होने की वजह से इस फैकल्टी का चयन करते है. लेकिन जानकारी के लिए आपको बता दें कि इन सेक्टरों के अलावा दर्जनों सेक्टर्स में कॉमर्स फैकल्टी वाले अपना करियर बना सकते हैं.
जाने- कॉमर्स में कौन कौन से सब्जेक्ट है
यदि आपने कॉमर्स संकाय (Commerce faculty) चुनने का फैसला किया है, तो आपको यह पता होना चाहिए कि इसमें कौन से विषय शामिल हैं. आइये वाणिज्य फैकल्टी के विषयों के बारे में जानते हैं.
- लेखाशास्त्र (Accountancy)
- अर्थशास्त्र (Economics)
- गणित (Mathematics)
- अंग्रेज़ी (English)
- बिजनेस स्टडीज (Business Studies)
- कंप्यूटर (Computer)
लेखाशास्त्र (Accountancy)
यह कॉमर्स संकाय का बहुत ही महत्वपूर्ण विषय है. इसमें शिक्षार्थियों को हिसाब-किताब कैसे करना है, यह सिखाया जाता है. अगर आप किसी क्षेत्र में अकाउंटेंट से संबंधित कोई भी नौकरी पाना चाहते हैं तो आपको यह विषय चुनना चाहिए. “लेखाशास्त्र में करियर” की संभावनाए कम नहीं है. जानकारी के लिए बता दें कि सरकारी और निजी बैंकों, वित्त क्षेत्र, निवेश क्षेत्र, कई सरकारी और निजी संस्थानों और इससे जुड़ी कई कंपनियों में, एकाउंटेंट से संबंधित नौकरी के अवसर प्रदान किए जाते हैं.
अर्थशास्त्र (Economics)
अर्थशास्त्र को एक ऐसे विषय के रूप में देखा जा सकता है जिसकी लगभग हर क्षेत्र में उपयोगिता है. विज्ञान और गणित की तरह, अर्थशास्त्र भी एक सदाबहार विषय माना जाता है. इसमें वस्तुओं व सामान के उत्पादन, उपभोग के बारे में अध्ययन करके बेहतरीन करियर की शुरू कर सकते हैं. बता दें कि “अर्थशास्त्र में करियर” की अपार संभावनाएं हैं और कार्पोरेट के फील्ड में भी इसकी अच्छी डिमांड है.
गणित (Mathematics)
यह कॉमर्स संकाय का सबसे बहुत ही महत्वपूर्ण विषय है. कई छात्र गणित को सबसे कठिन विषय मानते हैं. लेकिन जो इसे समझ जाता है वह इसमें अपना शानदार करियर बना सकता है. “गणित में करियर” की अपार संभावनाएं है, गणित में रुचि रखने वाले छात्र इस विषय का चयन करके बैंकिंग, इंजीनियरिंग, सैन्य विभाग, प्रशासकीय सेवा जैसे दर्जनों क्षेत्रों में अपना करियर बना सकते हैं.
बिजनेस स्टडीज (Business Studies)
“व्यावसायिक अध्ययन” यानी बिजनेस स्टडीज में शिक्षार्थियों को बिजनेस करने के विभिन्न तरीकों से परिचित कराया जाता है. इसके साथ ही, बिजनेस करने के लिए क्या क्या आवश्यक है, इसके बारे में भी जानकारी दी जाती है. यदि आप बिजनेस करने में रुचि रखते हैं, तो आप इस विषय को चुनकर भविष्य में बिजनेसमैन बन सकते हैं. “बिजनेस स्टडीज में करियर” की तलाश करने वालों के लिए यह बहुत उपयोगी विषय है.
कंप्यूटर (Computer)
यदि आप वर्तमान समय में कंप्यूटर का अध्ययन नहीं करते हैं, तो आपको नौकरी प्राप्त करने में कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. क्योंकि कई क्षेत्रों की नौकरियों के लिए कंप्यूटर का ज्ञान आवश्यक हो गया है. “कंप्यूटर में करियर” के अवसरों की कोई कमी नहीं है, इसमें अवसरों की भरमार है. वाणिज्य संकाय में कंप्यूटर का विषय आप वैकल्पिक के तौर पर ले सकते हैं.
10th के बाद साइंस (Science) क्यों चुने
यदि आप डॉक्टर, इंजीनियर, वैज्ञानिक, आविष्कारक, प्रशासनिक अधिकारी या पायलट बनना चाहते हैं, तो आप 10 वीं कक्षा के बाद साइंस की शिक्षा ले सकते हैं. जानकारी के लिए आपको बता दें कि साइंस फैकल्टी सबसे अधिक रोजगार देने वाली फैकल्टी है. इस फैकल्टी से अध्ययन करने वाले छात्र लगभग सभी क्षेत्रों में रोजगार के लिए आवेदन कर सकते हैं.
साइंस में 2 प्रकार के विषय होते हैं, मेडिकल और नॉन-मेडिकल. यदि आप डॉ बनना चाहते हैं या मेडिकल फील्ड में अपना करियर बनाना चाहते हैं तो आपको मेडिकल विषयो का चयन करना होगा. यदि आप इंजीनियर बनना चाहते हैं या इंजीनियरिंग फील्ड में अपना करियर बनाना चाहते हैं या पायलट बनना चाहते है तो आपको नॉन-मेडिकल विषयों का चयन करना होगा.
जाने- साइंस में कौन कौन से सब्जेक्ट है
यदि आपने साइंस फैकल्टी (Science faculty) चुनने का फैसला किया है, तो आपको यह पता होना चाहिए कि इसमें कौन से विषय शामिल हैं. आइये साइंस फैकल्टी के विषयों के बारे में जानते हैं.
- मेडिकल में प्रवेश के लिए जीव विज्ञान (Biology) विषय चुने.
- नॉन-मेडिकल में प्रवेश के लिए गणित (Mathematics) विषय चुने.
आप मेडिकल में गणित को एक अतिरिक्त विषय के रूप में ले सकते हैं, ज्यादातर कॉलेजों में यह सुविधा होती है. गणित को अतिरिक्त विषय के रूप में लेकर, आप मेडिकल और नॉन-मेडिकल दोनों ही फील्ड में प्रवेश पा सकते है.
- भौतिक विज्ञान (Physics)
- रसायन विज्ञान (Chemistry)
- जीव विज्ञान (Biology)
- गणित (Mathematics)
- कंप्यूटर (Computer)
- जैव प्रौद्योगिकी (Biotechnology)
भौतिक विज्ञान (Physics)
यह साइंस फैकल्टी का बहुत ही महत्वपूर्ण विषय है. “भौतिक विज्ञान” यह विज्ञान की वह शाखा है, जिसमें ऊर्जा के विभिन्न स्वरूपों तथा द्रव्य से उसकी अन्योन्य क्रियाओं का अध्ययन किया जाता है. स्थान, काल, गति, द्रव्य, विद्युत, प्रकाश, ऊष्मा तथा ध्वनि इत्यादि अनेक विषय इसकी परिधि में आते हैं. इस विषय को चुनने के बाद, यदि आप भविष्य में भौतिकी विज्ञान यानी “फिजिक्स में करियर” बनाने के बारे में सोच रहे हैं, तो आपको बता दें कि आप विज्ञान के किसी भी क्षेत्र में अपना बेहतरीन करियर बना सकते हैं.
रसायन विज्ञान (Chemistry)
रसायन विज्ञान यानी केमिस्ट्री, यह भी साइंस फैकल्टी का बहुत ही महत्वपूर्ण विषय है. रसायन विज्ञान को केंद्रीय विज्ञान या आधारभूत विज्ञान भी कहा जाता है क्योंकि यह दूसरे विज्ञानों जैसे, खगोलविज्ञान, भौतिकी, पदार्थ विज्ञान, जीवविज्ञान और भूविज्ञान को जोड़ता है. इस विषय को चुनने के बाद, यदि आप भविष्य में रसायन विज्ञान यानी “केमिस्ट्री में करियर” बनाने के बारे में सोच रहे हैं, तो आप विज्ञान के किसी भी क्षेत्र में अपना शानदार करियर बना सकते हैं.
जीव विज्ञान (Biology)
साइंस फैकल्टी का यह भी एक महत्वपूर्ण विषय है, इस विषय को चुनने के बाद आप मेडिकल फील्ड में प्रवेश पा सकते हैं. “जीव विज्ञान” विज्ञान की वह शाखा है जिसके अंतर्गत जीव धारियों का अध्ययन किया जाता है. जिसमें जीवों की संरचना, कार्य, विकास, उत्पत्ति, पहचान, वितरण और वर्गीकरण शामिल हैं. यदि आप जीव विज्ञान यानी “बायोलॉजी में करियर” बनाने की सोच रहे है तो आपको बता दें कि आप इसमें भी अपना एक बेहतर करियर बना सकते है, क्योंकि इसमें करियर की अपार संभावनाएं है.
गणित (Mathematics)
यह साइंस फैकल्टी का सबसे बहुत ही महत्वपूर्ण विषय है. कई छात्र गणित को सबसे कठिन विषय मानते हैं. लेकिन जो इसे समझ जाता है वह इसमें अपना शानदार करियर बना सकता है. “गणित में करियर” की अपार संभावनाएं है, गणित में रुचि रखने वाले छात्र इस विषय का चयन करके बैंकिंग, इंजीनियरिंग, सैन्य विभाग, प्रशासकीय सेवा जैसे दर्जनों क्षेत्रों में अपना करियर बना सकते हैं.
कंप्यूटर (Computer)
यदि आप वर्तमान समय में कंप्यूटर का अध्ययन नहीं करते हैं, तो आपको नौकरी प्राप्त करने में कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. क्योंकि कई क्षेत्रों की नौकरियों के लिए कंप्यूटर का ज्ञान आवश्यक हो गया है. “कंप्यूटर में करियर” के अवसरों की कोई कमी नहीं है, इसमें अवसरों की भरमार है. वाणिज्य संकाय में कंप्यूटर का विषय आप वैकल्पिक के तौर पर ले सकते हैं.
जैव प्रौद्योगिकी (Biotechnology)
बायोटेक्नोलॉजी यानी जैव प्रौद्योगिकी को आमतौर पर “बायोटेक” के नाम से जाना जाता है. क्योंकि इसमें बायोलॉजी और टेक्नोलॉजी का मिश्रण है. बायोटेक्नोलॉजी नया कोर्स होने के बावजूद यह करियर के दृष्टी से काफी डिमांड वाला विकल्प साबित हो रहा है क्योंकि “बायोटेक्नोलॉजी मे करियर” की संभावनाएं प्रतिदिन बढ़ती जा रही है. इसलिए, आप इस विषय का चयन भी कर सकते हैं.
डिप्लोमा कोर्स (Diploma course after 10th class tips in hindi)
अगर आप 10वीं के बाद 11वीं और 12वीं नहीं करना चाहते हैं तो जानकारी के लिए आपको बता दें कि आप डिप्लोमा कोर्स कर सकते हैं. अधिकतर छात्र केवल जल्द नौकरी पाने के लिए डिप्लोमा कोर्स करते है और कुछ छात्र डिप्लोमा कोर्स करने के बाद बैचलर डिग्री की पढाई करते है. अगर आप 11वीं और 12वीं नहीं करना चाहते हैं तो आप डिप्लोमा कोर्स कर सकते हैं. आइए, जानते हैं कि दसवीं के बाद आप कौन से डिप्लोमा कोर्स कर सकते हैं.
- पॉलिटेक्निक (Polytechnic)
- आईटीआई (ITI)
10वीं के बाद पॉलिटेक्निक (Polytechnic) कोर्स करे
पॉलिटेक्निक डिप्लोमा कोर्स एक बहुत ही लोकप्रिय कोर्स है, जिसमें अभ्यर्थियों को प्रैक्टिकल तरीके से पढ़ाया जाता है. यह कोर्स दसवीं, बारहवीं के बाद किया जाता है. पॉलिटेक्निक डिप्लोमा कोर्स 2 से 3 साल के अवधि का होता है. मतलब, अगर आप 10वीं कक्षा के बाद इस कोर्स को करते हैं, तो आपके लिए इस कोर्स की अवधि 3 साल होगी और अगर आप 12वीं कक्षा के बाद इस कोर्स को करते हैं, तो आपके लिए इस कोर्स की अवधि 2 साल होगी.
इसमें आप अपनी रुचि के अनुसार शाखा को चुन सकते हैं. बता दें कि पॉलिटेक्निक में विभिन्न शाखाओं के विभिन्न कोर्स उपलब्ध हैं जिन्हें आप अपनी रुचि और शैक्षणिक योग्यता के अनुसार चुन सकते हैं. नीचे देखे, कुछ लोकप्रिय पॉलिटेक्निक डिप्लोमा कोर्स की लिस्ट दी गई है.
पॉलिटेक्निक कोर्स (Polytechnic Course) लिस्ट
- Computer Science & Engineering
- Civil Engineering
- Electrical engineering
- Electronics & Communication Engineering
- Aircraft engineering
- Automobile engineering
- Mechanical (Automobile) Engineering
- Mining engineering
- Metallurgical engineering
- Chemical engineering
- Petrochemicals Engineering
- Dairy engineering
- Mass communication
- Architecture courses
- Hotel Management
- Textile technology
- Packaging technology
- Footwear Technology
- Information technology
- Interior design
- Glass and Ceramic Engineering
- Chemical engineering
- Architectural engineering
- Agriculture Engineering
- Aeronautical engineering
- Computer Applications and Computer Science
- Mechanical (production) engineering
आदि, कई कोर्स हैं, जिन्हें आप अपनी रुचि और शैक्षिक योग्यता के अनुसार चुन सकते हैं. अगर आप पॉलिटेक्निक डिप्लोमा कोर्स के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करना चाहते है तो यहां क्लिक करे.
10वीं के बाद आईटीआई (ITI) कोर्स करे
आईटीआई यानी ‘औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान’ एक ऐसा कोर्स है जिसे करने के बाद आप सीधे नौकरी के लिए आवेदन कर सकते हैं. इस कोर्स को करने के बाद, उम्मीदवार सरकारी और निजी नौकरियों के लिए आवेदन कर सकते है. विभिन्न पॉलिटेक्निक डिप्लोमा कोर्स की तरह ही आईटीआई में भी कई ट्रेड होते है, जिसे उम्मीदवार अपनी रुचि के अनुसार चुन सकते हैं. नीचे देखे, कुछ लोकप्रिय आईटीआई डिप्लोमा कोर्स की लिस्ट दी गई है.
आईटीआई कोर्स (ITI Course) लिस्ट
- Electrician
- Fitter
- Carpenter
- Plumber
- Pattern Maker
- Mason Building Constructor
- Wire-man
- Sheet Metal Worker
- Welder Gas And Electric
- Turner
- Painter General
- Machinist
- Mechanic Computer Hardware
- Mechanic Diesel
- Architectural Draughtsman Ship
- Network Technician
- Stenography English
- Hair And Skin Care
हमारे देश में इसके अलावा भी कई आईटीआई कोर्स उपलब्ध है, जिसे उम्मीदवार अपनी रुचि के अनुसार चुन सकते हैं और आईटीआई डिप्लोमा कोर्स कर सकते है.
अंतिम शब्द (Last Word)
- सबसे पहले आप अपना लक्ष्य निर्धारित करे कि आप क्या बनना चाहते है, आप कौन से फील्ड में अपना करियर बनाना चाहते है.
- अपनी रूचि देखे, आप किस में रूचि रखते है, कौन सी फील्ड आपको बेस्ट लगती है, कौन सा सब्जेक्ट आपको बेस्ट लगता है.
- उसके बाद, उसके अनुसार 10वीं के बाद सब्जेक्ट का चयन करे.
- फिर उसके बाद, अपने लक्ष्य के अनुसार एजुकेशन ले.
- यदि आप इस लेख से संबंधित कुछ भी पूछना चाहते हैं, तो नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में कमेंट करके पूछ सकते हैं.
दोस्तों, इस लेख में हमने, “10वीं के बाद क्या करे, करियर विकल्प” इसके बारे में जानकारी दी है. हमें पूरी उम्मीद है कि 10th Ke Baad Kya Kare? यह लेख बहुत से छात्रो के लिए उपयोगी साबित होगा. इसके अलावा यदि किसी का इस लेख से सबंधित कोई भी सुझाव या सवाल है तो वे हमें कमेंट करके पूछ सकते है.
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10th ke baad Kya kare isme aapne kafi useful jankari share ki hai. Mujhe yah janana hai ki 10th class ke bad direct engineering me admission kar sakte hai kya. Mujhe 10vi ke baad civil engineering me admission karna hai.
हां 10वीं के बाद Polytechnic के जरिये civil engineering में admission ले सकते है.
mai ias banana chahti hu, 10th me hu. 10th ke baad mujhe konsa education lena chahiye. 10th ke baad art le sakti hu kya, yah subject mujhe achcha lagta hai.
हां 10वीं के बाद आर्ट्स से पढाई करके ग्रेजुशन के बाद IAS के लिए तैयारी कर सकते है.