आज हम इस लेख में शेर और दुर्गा माता की कहानी के बारे में जानने वाले है। शेर दुर्गा माता का वाहन कैसे बना, माँ शेरावाली जिस शेर पर बैठी रहती है वह शेर उनका वाहन कैसे बना, क्यों दुर्गा माता का वाहन शेर है, क्या आप जानते है माँ दुर्गा शेर की सवारी क्यों करती है। Sher durga mata ka vahan kaise bana, all info in hindi.
शेर दुर्गा माता का वाहन कैसे बना – जानिये दुर्गा माता और शेर की कहानी
How did lion Durga become a vehicle of Mata? Know the story of Durga Mata and lion.
हम सभी जानते है की, सभी देवताओं के अलग अलग वाहन है, जैसे भगवान् शिव का वाहन नंदी, गणेश भगवान् का वाहन चूहा, उसी तरह माँ दुर्गा का वाहन एक शेर है। आज हम इस लेख में “शेर दुर्गा माता का वाहन कैसे बना” इसकी कहानी के बारे में जानने वाले है।
कहते है, आदि शक्ति पार्वती ही माँ दुर्गा का रूप है। एक कथा के अनुसार माता पार्वती ने भगवान् शिव को पति रूप में प्राप्त करने के लिए हजारो वर्ष तपस्या की है, उस तप का इतना तेज था की माँ पार्वती सावली हो गई थी, उसके बाद माँ पार्वती और शिव भगवान् का विवाह हो गया।
एक समय की बात है, एक दिन भगवान् शिव ने माँ आदि शक्ति पार्वती को काली कह दिया, यह बात माता पार्वती को चुभ गई और वो नाराज होकर वहां से वन में चली गई। उसके बाद वन में एक जगह बैठ गई और गोरी होने के लिए तपस्या शुरू कर दी।
वन में एक भूखा शेर अपनी भूख शांत करने के लिए शिकार धुंढ रहा था उसी बिच उस शेर की नजर माँ पार्वती पर पड़ी। वह भूखा शेर माँ पार्वती को अपना आहार बनाना चाहता था। लेकिन शेर माता पार्वती को तपस्या करते देख चुप चाप बैठे ही रह गया। शेर चाहता था की जब वह तपस्या से उठ जायेगी तब मै उसे अपना आहार बना लूँगा। तपस्या कई सालो तक चली, तब तक शेर भूखा ही चुपचाप बैठा रहा।
जब माता पार्वती स्नान के बाद लौट रही थी तब उनके पास एक शेर खड़ा था, माता पार्वती जान चुकी थी की यह शेर उसे खाने के लिए बरसो से इन्तजार में था, उसने भी बरसो तप किया, उस शेर की तपस्या माता पार्वती को बेहद ही अच्छी लगी इसलिए उन्होंने उस शेर को वरदान में अपना वाहन स्वीकार कर लिया। इस तरह शेर आदि शक्ति पार्वती अर्थात माँ दुर्गा का वाहन बन गया।
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