Atal Bihari Vajpayee Birth Anniversary: पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की आज 25 दिसंबर 2023 को 99वीं जयंती है.
Atal Bihari Vajpayee Birth Anniversary: अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती
Atal Bihari Vajpayee Birth Anniversary: भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती 25 दिसंबर को मनाई जाती है। वह तीन बार भारत के प्रधानमंत्री रहे। वह पहले 16 मई से 1 जून 1996 तक, फिर 1998 में और फिर 19 मार्च 1999 से 22 मई 2004 तक भारत के प्रधान मंत्री रहे।
वह एक हिंदी कवि, पत्रकार और एक ओजस्वी वक्ता थे। वह भारतीय जनसंघ के संस्थापकों में से एक थे और 1968 से 1973 तक इसके अध्यक्ष रहे। लंबे समय तक उन्होंने राष्ट्रधर्म, पांचजन्य (पत्र) और वीर अर्जुन जैसे राष्ट्रीय भावनाओं से ओत-प्रोत कई समाचार पत्रों और पत्रिकाओं का संपादन भी किया।
वाजपेयी को 2014 में भारत के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार “भारत रत्न” से सम्मानित किया गया था। उन्हें “भारतीय राजनीति के महानतम नेताओं में से एक” माना जाता है।
भारत में वाजपेयी की जयंती को सुशासन दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन, सरकारें और नागरिक सुशासन के महत्व के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए कार्यक्रम आयोजित करते हैं।
अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती भारत के लिए एक महत्वपूर्ण दिन है। यह हमें उस व्यक्ति को याद करने का अवसर देता है जिसने भारत को एक बेहतर देश बनाने के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया।
अटल बिहारी वाजपेई का जन्म और प्रारंभिक जीवन
अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म 25 दिसंबर 1924 को मध्य प्रदेश के ग्वालियर में हुआ था। उनके पिता कृष्ण बिहारी वाजपेयी एक शिक्षक थे और उनकी मां कृष्णा देवी एक गृहिणी थीं। वाजपेयी की प्रारंभिक शिक्षा ग्वालियर में हुई। उन्होंने विक्टोरिया कॉलेज, ग्वालियर से स्नातक की उपाधि प्राप्त की और डीएवी कॉलेज, कानपुर से राजनीति विज्ञान में स्नातकोत्तर की डिग्री प्राप्त की।
राजनीतिक जीवन
वाजपेयी का राजनीतिक करियर 1947 में शुरू हुआ जब वह भारतीय जनसंघ के सदस्य बने। वह 1968 से 1973 तक भारतीय जनसंघ के अध्यक्ष रहे। 1996 में उन्होंने पहली बार भारत के प्रधान मंत्री के रूप में कार्यभार संभाला। हालाँकि, उनका कार्यकाल केवल 13 दिनों तक चला। 1998 में, उन्होंने फिर से भारत के प्रधान मंत्री के रूप में शपथ ली। इस बार उनका कार्यकाल 5 साल तक रहा. 2004 में उन्होंने भारत के प्रधान मंत्री के रूप में अपना कार्यकाल पूरा किया।
वाजपेयी के कार्यकाल में उन्होंने कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल कीं। उन्होंने भारत के परमाणु कार्यक्रम को आगे बढ़ाया और भारत को परमाणु शक्ति के रूप में स्थापित किया। उन्होंने भारत के आर्थिक विकास को भी बढ़ावा दिया और भारत को एक उभरती अर्थव्यवस्था के रूप में स्थापित किया।
साहित्यिक योगदान
वाजपेयी एक प्रतिभाशाली कवि भी थे। उन्होंने कई कविताएं और निबंध लिखे हैं। उनकी कविताएँ भारत की संस्कृति और परंपराओं को दर्शाती हैं। उनकी कविताओं में देशभक्ति और स्वतंत्रता की भावना भी दिखाई देती है।
पुरस्कार और सम्मान
वाजपेयी को उनके योगदान के लिए कई पुरस्कारों और सम्मानों से सम्मानित किया गया। उन्हें 1994 में पद्म विभूषण और 2014 में भारत रत्न से सम्मानित किया गया था। उन्हें यूनेस्को की शांति शिक्षा के लिए अंतर्राष्ट्रीय समिति द्वारा “शांति के लिए विश्व नागरिक” के रूप में भी सम्मानित किया गया था।
निधन
16 अगस्त 2018 को 93 वर्ष की आयु में वाजपेयी का निधन हो गया। उनके निधन से भारत और दुनिया भर में शोक की लहर फैल गई।
भारत के इतिहास में अटल बिहारी वाजपेई को एक महान नेता के रूप में याद किया जाता है। उन्होंने भारत को एक बेहतर देश बनाने के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया।
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