Aaj Ka Choghadiya: इस लेख में आपको आज का चौघड़िया अर्थात आज के दिन और रात का चौघड़िया दिखाया जाएगा. चोघड़िया वैदिक पंचांग का एक रूप या अंग है. ज्योतिष शास्त्र में इसका बहुत महत्व है. ज्योतिष के अनुसार जब भी कोई शुभ मुहूर्त नही निकल रहा हो और किसी कार्य को शीघ्रता से शुरू करना हो या यात्रा पर जाना हो तो उसके लिए चौघड़िया मुहूर्त (Choghadiya muhurat) देखकर कार्य करना या यात्रा करना उत्तम होता है. चौघड़िया मुहूर्त का प्रयोग मुख्य रूप से क्रय विक्रय में किया जाता है.
आज का चौघड़िया क्या है (Aaj Ka Choghadiya in Hindi)
दिल्ली एनसीआर के अनुसार आज का चौघड़िया (Aaj Ka Choghadiya) हिंदी में जाने ↴
चौघड़िया आज का चौघड़िया तारीख 03 सितम्बर 2023 आज दिन का चौघड़िया मुहूर्त
उद्वेग 06:00 AM – 07:35 AM चर 07:35 AM – 09:10 AM लाभ 09:10 AM – 10:45 AM अमृत 10:45 AM – 12:20 PM काल 12:20 PM – 13:55 PM शुभ 13:55 PM – 15:30 PM रोग 15:30 PM – 17:05 PM उद्वेग 17:05 PM – 18:40 PM आज रात का चौघड़िया मुहूर्त
शुभ 18:40 PM – 07:35 PM अमृत 20:05 PM – 21:30 PM चर 21:30 PM – 22:55 PM रोग 22:55 PM – 00:20 AM काल 00:20 AM – 01:45 AM लाभ 01:45 AM – 03:10 AM उद्वेग 03:10 AM – 04:35 AM शुभ 04:35 AM – 06:00 AM
चौघड़िया एक ऐसी तालिका होती हैं जिसमे आपकों दिन औऱ रात के लिए शुभ और अशुभ समय की सारणी प्रदान की जाती हैं, जिससे आप शुभ मुहूर्त की जानकारी बहुत ही आसानी से प्राप्त कर सकते है.
यहां आपने आज का चौघड़िया मुहूर्त क्या है? इस सेक्शन में आज के दिन और रात का चौघड़िया मुहूर्त क्या है, यह देखा है. आइये अब आपको चौघड़िया से जुडी बहुत ही महत्वपूर्ण जानकारी से परिचित कराते है.
चौघड़िया क्या है?
ऊपर आपने आज का शुभ मुहूर्त चौघड़िया क्या है यह जाना है. लेकिन इससे आप चौघड़िया किसे कहते है यह नहीं समझ पाए होंगे. जानकारी के लिए आपको बता दूँ कि “सूर्योदय और सूर्यास्त के बीच के समय को दिन का चौघड़िया कहा जाता है“ और “सूर्यास्त और अगले दिन के सूर्योदय के बीच के समय को रात का चौघड़िया कहा जाता है“.
चौघड़िया एक प्रकार की शुभ समय देखने की तैयार पत्रिका के रूप में है जो यात्रा का शुभ समय , वाहन खरीदने का शुभ समय या किसी अन्य प्रकार के उपक्रम का शुभ समय दर्शाती है.
चौघड़िया की गणना की विधि
भारतीय ज्योतिष में सूर्योदय से सूर्यास्त और सूर्यास्त से सूर्योदय के बीच के समय को 30-30 घटियों में बांटा गया है. चौघड़िया मुहूर्त के लिए उन्हीं 30 घटियों की समयावधि को 8 भागों में बांटा गया है. जिसके फलस्वरूप दिन और रात में 8-8 चौघड़िया मुहूर्त होते हैं. एक घटी करीब 24 मिनट की होती है और एक चौघड़िया 4 घटियों (यानी करीब 96 मिनट) का होता है, इसलिए इसे चौघड़िया (4 + घटिया : चौ + घड़िया) कहा जाता है.
चौघड़िया मुहूर्त के प्रकार
जानकारी के लिए आपको बता दें कि चौघड़िया मुहूर्त दो प्रकार के होते हैं. दिन का चौघड़िया और रात का चौघड़िया. सूर्योदय और सूर्यास्त के बीच के समय को ‘दिन का चौघड़िया’ कहा जाता है और सूर्यास्त से अगले सूर्योदय तक के समय को ‘रात्रि का चौघड़िया’ कहा जाता है.
चौघड़िया कितने होते हैं?
दिन और रात के चौघड़िया अलग-अलग होते है एवं दिन और रात के दौरान 8-8 चौघड़िया मुहूर्त होते हैं. वैसे चौघड़िया मुहूर्त तो 7 ही होते हैं, लेकिन सात चौघड़ियों के बाद पहला चौघड़िया ही आठवां चौघड़िया मुहूर्त होता है.
चौघड़िया के नाम
ज्योतिष के अनुसार कुल सात चौघड़िया मुहूर्त (Choghadiya muhurat) होते है जिनके नाम इस प्रकार है- अमृत, रोग, लाभ, शुभ, चर, काल और उद्वेग.
अच्छे और बुरे चौघड़िया
ज्योतिष के अनुसार सात चौघड़िया मुहूर्त में कुछ अच्छे तो कुछ बुरे होते है यानी कुछ चौघड़िया मुहूर्त शुभ तो अशुभ होते है. जो इस प्रकार है-
- अच्छे एवं श्रेष्ठ चौघड़िया मुहूर्त– शुभ, चर, अमृत और लाभ
- ख़राब यानी बुरे चौघड़िया मुहूर्त– उद्वेग, रोग और काल
चौघड़िया का स्वामी ग्रह
प्रत्येक चौघड़िया का एक स्वामी ग्रह (शासक ग्रह) होता है जो उस समय में शक्तिशाली माना जाता है.
- उद्वेग का स्वामी ग्रह रवि है.
- चंचल का स्वामी ग्रह शुक्र है.
- लाभ का स्वामी ग्रह बुध है.
- अमृत का स्वामी ग्रह चंद्र है.
- काल का स्वामी ग्रह शनि है.
- शुभ का स्वामी ग्रह गुरु है.
- रोग का स्वामी ग्रह मंगल है.
वार से जुड़े होते है चौघड़िया मुहूर्त
सातों चौघड़िया सातों वारो और ग्रहों से जुड़े होते है. तो आइये इसे वार और ग्रहों के अनुसार समझते है-
- रविवार का ग्रह सूर्य है और इसका चौघड़िया उद्वेग से शुरू होता है.
- सोमवार का ग्रह चंद्रमा है और इसका चौघड़िया अमृत से शुरू होता है.
- मंगलवार का ग्रह मंगल है और इसका चौघड़िया रोग से शुरू होता है.
- बुधवार का ग्रह बुध है और इसका चौघड़िया लाभ से शुरू होता है.
- गुरुवार का ग्रह गुरु है और इसका चौघड़िया शुभ से शुरू होता है.
- शुक्रवार का ग्रह शुक्र है और इसका चौघड़िया चर से शुरू होता है.
- शनिवार का ग्रह शनि है और इसका चौघड़िया काल से शुरू होता है.
चौघड़िया का महत्व
चौघड़िया पंचांग हिंदू वैदिक पंचांग का एक रूप या हिस्सा है. ज्योतिष में इसका बहुत महत्व है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जब कोई शुभ मुहूर्त न आ रहा हो और किसी काम को जल्दी से शुरू करना हो या यात्रा पर जाना हो तो चौघड़िया मुहूर्त देखकर काम करना या यात्रा करना श्रेष्ठ होता है. चौघड़िया का प्रत्येक भाग दिन की तारीख और समय के आधार पर समान रूप से लाभकारी या नुकसानदेह हो सकता है.
चौघड़िया का उपयोग
चौघड़िया से शुभ मुहूर्त चुनना उत्तर भारत के राज्यों मुख्यतः गुजरात और राजस्थान में अधिक प्रचलित है. हालांकि, अब इसका संपूर्ण भारत में उपयोग होता है. चौघड़िया का उपयोग किसी नये कार्य को प्रारम्भ करने के लिए शुभ समय देखने के लिए किया जाता है. हालांकि, परंपरागत रूप से चौघड़िया का उपयोग यात्रा मुहूर्त का पता लगाने के लिए किया जाता है, लेकिन आसान होने के कारण इसका उपयोग किसी भी मुहूर्त के लिए किया जाता है.
जानिए क्या है वार वेला, काल वेला और काल रात्रि?
दिन और रात के चौघड़िया में वार वेला, काल वेला और काल रात्रि का भी समय होता है. ये वार वेला, काल वेला और काल रात्रि किसी भी शुभ चौघड़िया के दौरान हो सकते हैं. इनमें से वार वेला और काल वेला की प्रधानता दिन में तथा काल रात्रि की प्रधानता रात्रि में होती है. इनकी उपस्थिति में किए गए मांगलिक कार्य फलदायी नहीं होते हैं, इसलिए इस समय को त्याग देना ही लाभकारी होता है.
शुभ चौघड़िया और राहु काल एक साथ हो तो क्या करें?
राहुकाल को हमेशा अशुभ माना जाता है. किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत के लिए राहुकाल को वर्जित माना गया है. दक्षिण भारत में राहु कलाम को विशेष महत्व दिया जाता है. इसलिए राहुकाल के साथ आने वाले शुभ चौघड़िया मुहूर्त को त्यागना ही बेहतर विकल्प होगा.
किस चौघड़िया में कौन से कार्य करना चाहिए?
ऊपर आपने आज का चौघड़िया (Aaj Ka Choghadiya Muhurat) क्या है, ये जाना है लेकिन इससे यह पता नहीं चलता कि कौन से चौघड़िया में कौन से कार्य करने चाहिए. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुल सात चौघड़िया मुहूर्त हैं, जिनके नाम अमृत, रोग, लाभ, शुभ, चर, काल और उद्वेग हैं. यहां हम आपको बताने जा रहे हैं कि किस चौघड़िया मुहूर्त में कौन से कार्य किए जा सकते हैं, जिससे लाभ होगा.
उदवेग चौघड़िया
‘उद्वेग’ चौघड़िया में पहला मुहूर्त है, जिसका स्वामी ग्रह सूर्य है. ज्योतिष में आमतौर पर सूर्य के प्रभाव को अशुभ माना जाता है, इसलिए इसे उद्वेग के रूप में चिन्हित किया गया है. हालांकि इस चौघड़िया में सरकारी कार्य किए जा सकते हैं.
लाभ चौघड़िया
‘लाभ’ चौघड़िया में दूसरा मुहूर्त है, जिसका स्वामी ग्रह बुध है. बुध ग्रह शुभ और लाभदायक ग्रह है, इसलिए इसे लाभ के रूप में चिह्नित किया गया है. लाभ चौघड़िया में व्यापार, शिक्षा या कोई विद्या सीखने से संबंधित कार्य करने से उचित फल मिलता है.
चर चौघड़िया
‘चर’ चौघड़िया में तीसरा मुहूर्त है, जिसका स्वामी ग्रह शुक्र है. शुक्र को एक शुभ और लाभकारी ग्रह माना जाता है. इसलिए इसे चर या चंचल रूप में चिह्नित किया गया है. शुक्र की चर प्रकृति के कारण, चर चौघड़िया में यात्रा और पर्यटन करना उत्तम माना जाता है.
रोग चौघड़िया
‘रोग’ चौघड़िया में चौथा मुहूर्त है, जिसका स्वामी ग्रह मंगल है. मंगल एक क्रूर और पाप ग्रह है, इसलिए इसे रोग के रूप में चिह्नित किया गया है. रोग चौघड़िया के दौरान कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए, इसके अलावा इस घड़ी में चिकित्सीय सलाह लेने से बचना चाहिए. लेकिन युद्ध में शुत्र को हराने के लिए रोग चौघड़िया की अनुशंसा की जाती है.
शुभ चौघड़िया
‘शुभ’ चौघड़िया में पांचवां मुहूर्त है, जिसका स्वामी ग्रह बृहस्पति है. बृहस्पति बहुत ही शुभ ग्रह है और इसे एक शुभ ग्रह माना जाता है. इसलिए इसे शुभ के रूप में चिह्नित किया गया है. यह समय शुभ कार्यों को करने के लिए उत्तम है. इस घड़ी में विवाह, पूजा और यज्ञ करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है.
काल चौघड़िया
‘काल’ चौघड़िया में छठा मुहूर्त है, जिसका स्वामी ग्रह शनि है. शनि एक अशुभ ग्रह है इसलिए इसे ‘काल’ के रूप में चिह्नित किया गया है. काल मुहूर्त में कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए. हालांकि कुछ मामलों में यह धन कमाने के लिए किए गए कार्यों के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है.
अमृत चौघड़िया
‘अमृत’ चौघड़िया में सातवाँ मुहूर्त है, जिसका स्वामी ग्रह चंद्र है. चंद्रमा बहुत ही शुभ और लाभकारी ग्रह है. इसलिए इसे अमृत के रूप में अंकित किया गया है. अमृत मुहूर्त में सभी प्रकार के कार्य करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है.
FAQ
Q. चौघड़िया क्या है?
Ans: चौघड़िया एक प्रकार की शुभ समय देखने की तैयार पत्रिका के रूप में है जो यात्रा का शुभ समय, वाहन खरीदने का शुभ समय या किसी अन्य प्रकार के उपक्रम का शुभ समय दर्शाती है.
Q. आज का चौघड़िया क्या है?
Ans: आज का चौघड़िया क्या है, इसकी जानकारी आपको ऊपर मिल जायेगी.
Q. क्या प्रत्येक दिन और रात का चौघड़िया अलग अलग होता है?
Ans: जी हाँ, प्रत्येक दिन और रात का चौघड़िया अलग अलग होता है.
संबंधित लेख
- अभी कौन सा महिना चल रहा है
- आज का दिन कौन सा है
- आज का पंचांग
- Aaj Ki Tithi क्या है
- Aaj Ka Rashifal पढ़े
- आज त्यौहार कौन सा है
- आज का शुभ मुहूर्त देखे