एक कलाकार, हास्य अभिनेता और नर्तक से जुडी कुछ बातेंं

एक कलाकार, हास्य अभिनेता और नर्तक से जुडी कुछ बातेंं

“कलाकार” अपनी कला के माध्यम से सभी को खुश करते हैं-

कलाकार का कार्यक्षेत्र बहुत बड़ा है. कलाकार हर जगह पायें जातें हैं. फिल्म जगत से लेकर राजनीती तक, व्यापार से लेकर सामाजिक कार्यो तक हम कलाकारों से घिरे हैंं. कलाकार एक विशिष्ट ढांचे मे ढला हुआ व्यक्तीं होता हैंं.

जो अपनी कला के माध्यम से कहीं भी और किसी भी शाखा मे अपना परिचय छोड जाता हैंं. जब कलाकार अपने मिजाज में होता है, तो उसका काम केवल समाज को खुश करना और समाज को सच्चा आइना दिखाना होता है.

एक कलाकार ही ऐसा व्यक्तीं हैंं, जो समाज को हकीकत का आईना दिखाता हैंं. उसे इस बात से कोई लेना देना नहीं होता की इस वजह से उसकी निजी जिंदगी में क्या असर पडेगा. वह निरंतर अपना काम पुरी सच्चाई, निष्ठा तथा उचित नियमों का पालन करके करता जाता हैंं.

 

एक कॉमेडीअन कैसे अपने अभिनय को पुरा करता हैंं-

कॉमेडीअन का किरदार निभाने वाला व्यक्ती अपने सुख, दुख परेशानी को दूर रखकर, दुसरों को ख़ुशी का एहसास दिलाता और उनके चेहरे पर प्यारी सी हँसी छोड जाता हैंं. किसी को हँसाना दुनिया का सबसे मुश्किल काम है दोस्तोंं.

इन्सान तो जिंदगी भर एक मुस्कुराहट के लिये तरस जाता है. दुनिया मे कॉमेडीअन का किरदार ही है, जो यह काम बडे आसानी से कर जाता है. उसे सिर्फ लोगों की मुस्कुराहट पाने का जुनून होता हैंं. वह अपनी कला कों 100% मुस्कान पाने मे लगा लेता हैंं. 

उसे पता है कि वर्तमान जिंदगी मे हर कोई किसी न किसी परेशानी मे है. इसलिए वह सामने बैठे दर्शकों कों हसाना चाहता है. कुछ देर के लिये दर्शक भी अपना गम भुलायें निश्चिंत हो जातें हैं. क्योंकी कॉमेडीअन का काम ही लोगों को हसाना होता है.

 

नर्तक कैसे अपनी अदाओं से मनमोह लेते हैंं-

डांस यांनी नृत्यं करना, यह कला पाना शौभाग्य कि बात है, क्योंकी डांस सीखाया नही जाता यह आंतरिक गुण होता है. शरीर की लचक एक वरदान है. नर्तक अपनी योग्यतानुसार अपने नृत्यं को सफल बनाने की अटूट कोशिश करता हैंं.

इनकी उर्जा इतनी होती हैंं की, वह किसी भी सूर, संगीत मे अपने आप को नृत्यं करने काबिल बना लेते है. शरीर स्वस्थ रखने के लिये उन्हें विशेष डायट लेना होता हैं. नर्तक अपने नृत्यंकला से सबका मन मोह लेते हैंं.क्योंकी नृत्यं का काम और लक्ष्य सिर्फ दर्शकों का मन जीतना होता हैंं.

 

क्या है विशेष ‘कला’- What is special ‘Art’

कला एक गुण है, जो सभी में पाया जाता है. इस दुनिया में हर किसी मे एक कलाकार मौजूद है, हर कोई अपनी जरूरत के हिसाब से इस कला का इस्तेमाल करता है. कला का महत्व आज से नहीं है, पुराने समय से ही इसका आदर और सम्मान किया जाता रहा है. 

आज भी दुनिया में कई लोग हैं जो अपनी कला के माध्यम से दुनिया की ऊंचाई और समृद्धि को छू रहे हैं. कला का क्षेत्र बहुत बड़ा है, दोस्तों, आप भी उस कला को अपने भीतर से पहचानने की कोशिश करें और कुछ अलग करने की कोशिश करें.

Author: Nevindra

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