पिपलान्त्री भारत देश का एक अनोखा गांंव है जहांं, लडकी पैदा होने पर वृक्षारोपण किया जाता है. आइये आगे आपको परिचित बनाते है, इस गांव से जुडी कुछ रोचक जानकारियों से.
देश का एक अनोखा गांंव जहांं लडकी पैदा होने पर वृक्षारोपण किया जाता है
कहां है ये अनोखा गांव – Where is this unique village
यह अनोखा गाँव राजस्थान के राजसमंद जिले में पिपलान्त्री खुर्द के नाम पर अरावली पहाड़ियों के बीच बसा एक छोटा सा गाँव है. यहां की आबादी करीब पांच हजार है.
लडकी पैदा होने पर वृक्षारोपण किया जाता है
देश में आज बेटी बचाओ अभियान चल रहा है. आज भी लोग बेटी के बदले बेटा चाहते हैं. अगर इन सब बातों के बारे में सोचा जाता है, तो हमें पिपलान्त्री गाँव के लोगों की सराहना करनी होगी जिन्होंने बेटी बचाओ के माध्यम से एक अलग कदम उठाया है. इस गाँव में जन्मी लड़की के नाम पर वृक्षारोपण किया जाता है. जिस किसी के भी घर बेटी पैदा होती है तो सारा गाव ख़ुशी मानता है.
लडकी के नाम पर अनुदान दिया जाता है
यदि घर में बेटी का जन्म होता है, तो लड़की के पिता 10,000 रुपये की राशि देते हैं और गांव के लोग कुछ पैसे जोड़ते हैं और 31000 की पूरी राशि जमा करते हैं, इस राशि को बेटी के उज्ज्वल भविष्य के लिए बैंक में जमा करते हैं.
पिपलान्त्री गाँव की विशेषता – Pipalantri Village Specialty
- बेटियो के जन्म पर वृक्षारोपण किया जाता है.
- यहा की बेटिया हर रक्षा बंधन को इन पेडो को राखी बांधती है.
- बाल विवाह नही किया जाता.
- रोजगार के लिये एलोवेरा प्लांट है.
- पाणी को रोकने और जमा करने के लिये छोटे तालाब बनाये गये है.
- स्कूल की शिक्षा आधुनिक कराई गयी है.
- इस गाँव की कहानी डेनमार्क के स्कूलों में पढ़ाई जाती है.
- बेटी के उज्ज्वल भविष्य के लिये 31000 की रकम बँक मे जमा की जाती है.
- पिपलान्त्री गाँँव को देखने देश विदेश से लोग आते है.
संगमरवर की धूल से परेशान था पुरा गाँव – The village was disturbed by the marble dust
पिपलान्त्री गाँँव के निकट संगमरवर की काफी सारी खदानेंं है, जिसकी धूल से वहांं की मिट्टी भी खराब हो रही थी, ऐसे मेंं वहा के स्थानिक समाज सेवकोंं ने इस समस्या से निपटने के दृष्टीकोन से यह कदम उठाया, कि गाव मे जिस भी घर बेटी पैदा होगी उसके नाम से वृक्षारोपण किया जायेगा.
पिपलान्त्री गाँव की कुछ बातें – Some things from the village of Pipalantri
पिपलान्त्री ग्राम पंचायत मे कुल सात गावोंं का समावेश है. इस गाव के पूर्व सरपंच जी ने इस गाव के विकास का बीडा उठाया था. सरकारी योजनाओंं के सहयोग के माध्यम से उन्होंंने वहांं काफी विकास किया. आज पिपलान्त्री गाँँव मे बिजली, पाणी, स्कूल, शौचालय रास्ते सब कूछ अच्छे है.
बिजली की समस्या से निपटने के लिए सोलर पम्प लगाये हुये है. यह गाँव पहाडी क्षेत्र मे होने के बावजुद यहांं हर घर मे पीने का पानी आता है. वृक्षारोपण की वजह से जल-स्तर बढ चुका है जिससे खेती की फसल अच्छी हो रही है और रोजगार बढाने मे मदत भी हो रही है.
पहले इस गाँँव से काफी लोग बाहर काम करने चले जाते थे, पर अब ऐसा नही है. पिपलान्त्री मे ही इतना काम है कि कोई बाहर जाकर कमाने के बारे मे सोचता नही है. इस गाव को निर्मल गाव पुरस्कार भी मिल चुका है.
Author: Nevindra
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