चींटियाँ Google से तेज़ और मनुष्यों से ज्यादा ताकतवर है, आइए जानते हैं कि चींटियो में क्या कुछ खास है और यह मनुष्य से कैसे ज्यादा ताकतवर है: Ants are faster than Google and are more powerful than humans.
चींटियाँ Google से तेज़ और मनुष्यों से ज्यादा ताकतवर है
चीटियां में क्या कुछ खास है – What is special in the ants
चींटियाॅॅ खास तौर पर सभी जगह पायी जाती है. पुरे विश्व मे इसकी बीस हजार प्रजातीया है. यह वजन मे काफी हलकी, आकार मे काफी छोटी और नाजूक होती है. इसका रंग ज्यादातर काला लाल तथा हलका सफेद होता है. इसके पैर छ्ह होते है. जानकारों का मानना है, कि चींटिया भोजन तलाशने मे गुगल से भी तेज है.
कैसे तेज है चीटियां गूगल से – How fast is the ants from Google
चीटियां अपने काम के प्रति काफी सक्रीय होती है, यह भोजन जुटाने तथा भोजन कि जगह ढूंढने मे और अपने अन्य साथियोंं तक यह जानकारी पहुंचाने मे इनका सर्च गुगल से भी बेहतर है ऐसा शोधकर्ता का मानना है.
कैसे पहुंचाती है चीटियां जानकारी – How to Provide Ats Information
चीटी जैसे हि किसी भोजन के भंडार तक पहुंचती है, वह सबसे पहले उसका स्वाद लेती है. भोजन ठीक लगने पर वह इसका भंडार से अन्न का एक तुकडा अपने साथ ले जाती है, और जाते वक़्त वह अपने पिछे विशेष पदार्थ छोड जाती है जिसे विज्ञान की भाषा में फेरोमॉस कहा जाता है.
जैसे ही चीटी अपने साथियो के पास पहुंचती है, वह वहांं से अपने अधिकतम साथियोंं के साथ वापस भोजन भंडार लौट आती है, वापस आते वक़्त वह अपने द्वारा छोडे गये फेरोमॉस द्रव्य पदार्थ के माध्यम से भंडार तक पहुंचती है.
इसके बाद सारी चीटियां यह भोजन वहांं से उठाकर अपने स्थान पर ले जाती है. उनके आने जाने का तरीका इतना नियमित और शिस्तबद्ध होता है, कि कम समय मे वह अधिक से अधिक काम कर लेती हैं.
चीटियों की ताकत – The strength of the ants
चीटियों मे मनुष्य की तुलना से ज्यादा मांस पेशिया पाई जाती है और उनकी मांस पेशिया कभी थकती नही. चीटियाँँ अपने वजन से तीन गुना ज्यादा का वजन उठती है. वे हमेशा कार्यरत ही पायी जाती है. आपने कभी किसी चीटी को आराम करते नही देखा होगा.
चीटियों का परिवार -The family of the ants
चीटियों के परिवार मे तीन किस्म के सदस्य होते है. इन सभी सदस्यो का काम अलग अलग होता है. चीटियों के परिवार मे पहले नर सदस्य होते है, दुसरे मादा सदस्य और तीसरे मजदूर सदस्य.
नर सदस्य का जीवन कुछ ही दिनोंं का होता है, इन्हे पंख होते है. मादा चीटियांं प्रजनन करती है, इसे राणी चिटी कहा जाता है. राणी चीटी करीब 70,000 अंडे देती है. जो चीटियाँँ प्रजनन की क्षमता नहींं रखती उन्हेंं मजदूर चीटि कहा जाता है. इनका काम परिवार के लिये भोजन इकट्ठा करना तथा उन्हेंं सुरक्षा प्रदान करना.
चीटियों का जीवनकाल – Life span
- नर चीटिया कूछ ही दिनो तक जीवित रहती है.
- मादा चीटी जिसे राणी चीटी कहते है, वो 14 से 15 वर्ष तक जीवित रह सकती है.
- मजदूर चीटी 4 से 6 वर्ष तक जीवित रह सकती है.
चीटियों की कुछ प्रजातीया खुंखार होती है
शोधकर्ताओंं के अनुसार, जंगलोंं मे चीटियों की कुछ प्रजातीयांं है जो एक बार व्यक्ती को काट दे तो वह 15 मिनीटोंं मे दम तोड देगा. वैसे भी हम बचपन से सुनते आ रहे हैंं कि हाथी को चीटी काट जायेंं तो उसकी भी मौत हो जाती है.
राज्य की सुरक्षा के लिये चीटियों की नीती अपनाई जाती थी
पुराने समय में, राजा महाराजा और उनके सेनापती राज्य की सुरक्षा के लिये सैनिकोंं को चीटियों की काम करने की नीती, उनका काम के प्रति रुझाव नियमितता और उनके संघटन की मजबूत ताकत का उदाहरण लेकर अपनी सेना को प्रशिक्षित किया करते थे.
Author: Nevindra
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