फोन उठाते ही सबसे पहले क्यों बोलते हैं Hello, फोन उठाने पर हम Hello ही क्यों बोलते हैं? फोन उठाते ही हर कोई क्यों बोलता है Hello, फोन पर सबसे पहले ‘Hello’ ही क्यों कहा जाता है, आइये इसके रहस्य से रूबरू होते है.

हम सभी फोन उठाते ही ‘Hello’ कहते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि फोन उठाते ही हम सभी ‘Hello’ क्यों कहते हैं और ‘हैलो’ कहने की यह प्रथा किसने शुरू की, इसकी शुरूआत कब हुई, इसे सबसे पहले किसने बोला और लोग फोन पर सबसे पहले ‘हैलो’ शब्द ही क्यों बोलते हैं.
हम सब बचपन से ही देखते और सुनते आ रहे हैं कि लोग फोन करने और उठाने पर सबसे पहले ‘Hello’ ही बोलते हैं. उन्ही को देखकर हम सब भी फ़ोन करने या फ़ोन उठाने पर सबसे पहले ‘Hello’ ही बोलते हैं.
ऐसे बहुत ही कम लोग होंगे जो फ़ोन करने या उठाने पर सबसे पहले ‘Hello’ नहीं बोलते होंगे, लेकिन ज्यादातर लोग फ़ोन करने या उठाने पर सबसे पहले ‘Hello’ ही बोलते है.
कॉल करने या उठाने पर सबसे पहले बोलने के लिए तो बहुत से शब्द है, लेकिन अधिकतर लोग ‘हैलो’ ही क्यों बोलते है. आइए आगे जानते हैं कि इसके पीछे क्या कहानी है, ‘हैलो’ शब्द की उत्पत्ति कैसे हुई, सबसे पहले ‘हैलो’ किसने कहा यानी ‘हैलो’ का आविष्कार किसने किया आदि के बारे में.
फोन उठाने पर हम Hello ही क्यों बोलते हैं?
आज के आधुनिक युग में आपको हर किसी के पास फोन मिल ही जायेगा, भले ही आप स्मार्टफोन का इस्तेमाल कर रहे हों, लेकिन यह 19वीं सदी के टेलीफोन का ही आधुनिक रूप ही है.
आज के दौर में चाहे जितने भी अच्छे फोन क्यों न बनाए जाएं, लेकिन उनके पीछे टेलीफोन के आविष्कारक अलेक्जेंडर ग्राहम बेल (Alexander Graham Bell) का ही अहम रोल माना जाएगा.
अलेक्जेंडर ग्राहम बेल ने कड़ी मेहनत के बाद मार्च 1876 में टेलीफोन का पेटेंट (Patent) हासिल किया था और तब से ही अलेक्जेंडर ग्राहम बेल टेलीफोन के आविष्कारक बन गए.
ग्राहम बेल ने न केवल टेलीफोन का आविष्कार किया, बल्कि कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में कई और भी उपयोगी आविष्कार किए हैं. जैसे- ऑप्टिकल-फाइबर सिस्टम, फोटोफोन, बेल और डेसिबॅल यूनिट, मेटल-डिटेक्टर आदि के आविष्कार का श्रेय भी ग्राहम बेल को ही जाता है.
तो क्या ‘Hello’ बोलने का श्रेय भी उन्हें (Graham Bell) ही जाता है? दोस्तों इसके पीछे दो कहानियाँ है, एक ग्राहम बेल के गर्लफ्रेंड की और दूसरी ‘बल्ब’ आविष्कारक थॉमस एडिसन की. आइये उन दोनों ही कहानियों से रुबरू होते है, उसके बाद आपको पता चल जाएगा कि ‘Hello’ बोलने का श्रेय किसे जाता है.
क्या ग्राहम बेल की गर्लफ्रेंड का नाम था Hello?
कहा जाता है ‘Hello’ यह शब्द ग्राहम बेल की ही देन है. ग्राहम बेल अपनी गर्लफ्रेंड से बेहद प्यार करते थे, उसका नाम मार्गरेट हैलो (Margaret Hello) था. वस उसे प्यार से सिर्फ ‘Hello’ ही कहकर पुकारा करते थे. जिस कारण आज भी सभी लोग फोन पर सबसे पहले ‘Hello’ ही बोलते हैं.
वहीँ दुसरी ओर ये भी कहा जाता है कि ग्राहम बेल ने अपने गर्लफ्रेंड से ही शादी की थी, जिसका नाम मैबल गार्डिनर हब्बार्ड (Mabel Gardiner Hubbard) था. इससे यह लगता है कि ‘मार्गरेट हैलो’ नाम की ग्राहम बेल की कोई गर्लफ्रेंड नहीं थी, बल्कि यह सिर्फ एक कहानी है.
क्योंकि कुछ मीडिया के रिपोर्ट के मुताबिक; अमेरिकन टेलीग्राफ एंड टेलीफोन कंपनी के दस्तावेजों से पता चलता है कि ग्राहम बेल ने कभी भी ‘Hello’ इस शब्द का इस्तेमाल नहीं किया था. उन्होंने सबसे पहले अपने असिस्टेंट को फोन पर बोला था कि Come-here, I want to see you.
तो क्या गलतफहमी से हुई Hello की उत्पत्ति?
कहा जाता है कि ‘Hello’ यह शब्द ग्राहम बेल की नहीं, बल्कि थॉमस एडिसन की देन है. जब टेलीफोन का आविष्कार हुआ तो लोगों ने इसका इस्तेमाल करना शुरू किया, शुरूआत में लोग फोन पर ‘Are You There’ ऐसे बोलते थे. लोग ऐसा केवल ये पता कारण के लिए बोलते थे कि उनकी आवाज दूसरी ओर पहुंच रही है या नहीं.
साथ ही ग्राहम बेल बात करते वक्त ‘Ahoy’ इस शब्द का इस्तेमाल करते थे, क्योंकि शुरुआत में टेलीफोन पर ‘Ahoy’ कहने का भी चलन था. एक बार ‘बल्ब’ आविष्कारक थॉमस एडिसन ने ‘Ahoy’ को गलत यानि ‘Hello’ सुन लिया और उसके बाद उन्होंने ‘Hello’ बोलने का ही प्रस्ताव रखा. क्योंकि थॉमस एडिसन को ‘Are You There’ इतना लंबा वाक्य बोलना पसंद नहीं था, इसके बदले उन्हें ‘Hello’ बोलना ही बेहतर लगा.
इसके लिए उन्होंने पिट्सबर्ग की ‘सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट एंड प्रिंटिंग टेलीग्राफ कंपनी’ के अध्यक्ष टीबीए स्मिथ को एक पत्र लिखा और कहा कि टेलीफोन पर सबसे पहले ‘Hello’ ही बोलना चाहिए, उनका यह प्रस्ताव स्वीकार कर लिया गया.
फिर उसके बाद जब थॉमस एडिसन ने पहली बार फोन किया तो सबसे पहले ‘Hello’ का ही इस्तेमाल किया. साथ ही उस समय टेलीफोन एक्सचेंज में काम करने वाली ऑपरेटरों को भी ‘Hello Girl’ ही कहा जाने लगा.
अधिकतर लोग इस बात को ही सच मानते है कि ‘Hello’ शब्द ‘Ahoy’ को गलत सुनने के कारण ही उत्पन्न हुआ है और इसकी उत्पत्ति थॉमस एडिसन ने ही की है. जबकि ‘ग्राहम बेल की गर्लफ्रेंड वाली कहानी’ सिर्फ एक कहानी ही है, उसमे कोई सच नहीं है.
Hello शब्द का मतलब
Hello Meaning in Hindi – हिंदी डिक्शनरी में Hello शब्द का अर्थ नमस्ते, नमस्कार, प्रणाम या सलाम बताया गया है. नमस्ते, नमस्कार, प्रणाम या सलाम इन शब्दों को अभिवादन के लिए प्रयोग किया जाता है, उसी तरह अंग्रेजी में Hello का प्रयोग किया जाता है.
ऑक्सफोर्ड इंग्लिश डिक्शनरी के अनुसार Hello यह शब्द पुराने जर्मन शब्द हाला, होला से बना है, जिसका इस्तेमाल नाविक करते थे. यह शब्द पुराने फ्रांसीसी या जर्मन शब्द ‘होला’ से निकला है, इसका मतलब ‘कैसे हो’ या ‘कैसा हाल है’ ऐसा होता है.
Hello का उच्चारण
फोन उठाने या फोन करने के दौरान सबसे पहले हम में ज्यादातर लोग Hello का उच्चारण निम्न प्रकार से करते है-
- हैलो, आप कहा से बोल रहे है?
- हैलो, आप कौन बोल रहे है?
- Hello, i am Kishor.
- Hello, who are you?
- हैलो, आपको किससे बात करनी है?
- हैलो, आपका नाम क्या है?
- Hello, where do you live?
- Hello sir / mam
- हेलो, मै आकाश बोल रहा हूँ.
- हेलो सर, ट्यूशन क्लास कब से शुरू होने वाले है?
अंतिम शब्द
दोस्तों, इस लेख में हमने ‘फोन उठाने पर हम Hello ही क्यों बोलते हैं’ इसके बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी है. हमें पूरी उम्मीद है कि इस लेख में दी गई जानकारी आप सभी के लिए उपयोगी रही होगी, यदि हां, तो इस लेख को अपने परिचित लोगों में शेयर करें.
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Phone uthane par hello hi kyo bolte hai. Thomas edition ke karan ham sabhi phone uthate hi hello bolte hai.
Phone uthate hi hello Thomas Edison ke vajah se bola jata hai.
Mai phone uthane par hello nahi bolta.
Mai bhi phone karne par ya uthane par hello nahi bolta hu.
Phone uthane par hello nahi, radhe radhe bolo.