मांगलिक दोष के लक्षण (Manglik Dosh Ke Lakshan) मांगलिक है या नहीं कैसे पहचाने? किन आदतों से पता करें कि व्यक्ति मांगलिक है या नहीं? मंगल दोष की चारित्रिक विशेषताएं (Symptoms of Manglik defect) आगे पढ़े पूरी जानकारी.


Manglik Dosh Ke Lakshan

मांगलिक दोष के लक्षण (Manglik Dosh Ke Lakshan)

मांगलिक मनुष्य में कई प्रकार के लक्षण देखे जाते हैं, जिससे व्यक्ति जान सकता है कि वह व्यक्ति मांगलिक है या नहीं. आइये हम आपको उन लक्षणों से परिचित कराते है, जिससे व्यक्ति जान सकता है कि वह व्यक्ति मांगलिक है या नहीं.

  • मंगल ग्रह आंखों को प्रभावित करता है, आँखों की पुतलियाँ उपर की ओर ज्यादा झुकी होती है.
  • मांगलिक व्यक्ति जुबान के कड़वे होते हैं और उन्हें स्पष्ट रूप से बात करना अच्छा लगता है.
  • मांगलिक लोग झूठ नहीं बोलते हैं, जहां बहुत महत्वपूर्ण होता हैं, वे वहीँ झूठ बोलते हैं.
  • मांगलिक लोगों को क्रोध बड़े जल्दी ही आ जाता है, क्रोध इनके स्वभाव का मूल हिस्सा होता है.
  • यदि विवाह में देरी हो या बाधाएं आए तो समझ ले कि वह व्यक्ति मांगलिक हो सकता है.
  • शादी होने पर भी पति-पत्नी में तनाव की स्थिति बनी रहती है तो उनमें से एक मांगलिक हो सकता है.
  • मांगलिक लोगों को एक आँख से कम दिखाई देता है या फिर एक आँख से दिखना बंद हो जाता है.
  • माना जाता है कि, मांगलिक व्यक्ति ऊर्जा से भरपूर होते हैं, मांगलिक व्यक्ति तेज स्वभाव के एवं स्वाभिमानी होते हैं.
  • मांगलिक लोगों को शादीशुदा जीवन के अलावा संतान प्राप्ति में भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.
  • मांगलिक लोगों कों जोड़ों में दर्द और दिन भर शरीर में कमजोरी का एहसास होता रहता है.
  • यहीं नहीं, मांगलिक व्यक्ति का आत्मविश्वास कमजोर होता है और रक्त संबंधी समस्याएं होने लगती हैं.

यदि उपरोक्त लक्षण किसी पुरुष या महिला में दिखाई देते हैं, तो उन्हें मांगलिक दोष की जांच करने की आवश्यकता है क्योंकि वह मांगलिक हो सकते है. जानकारी के लिए आपको बता दें कि, कोई व्यक्ति मांगलिक है या नहीं? अब यह पहचानना बहुत आसान हो गया है, आप यहां क्लिक करके बिना पैसा खर्च किए, घर बैठे मांगलिक दोष चेक कर सकते है.

 

मांगलिक दोष क्या है? (Manglik Dosh Kya Hai? in Hindi)

मनुष्य की कुंडली में कई प्रकार के दोष बताए गए हैं, इनमें से एक दोष है मंगली या मांगलिक दोष. जिस व्यक्ति की कुंडली में यह दोष होता है उसे मांगलिक कहा जाता है. मंगल बाकि ग्रहों की भांति कुण्डली के बारह भावों में से किसी एक भाव में स्थित होता है.

बारह भावों में से कुछ भाव ऐसे हैं जहां मंगल का स्थित होना मांगलिक दोष कहलाता है. किसी भी मनुष्य की कुण्डली में लग्न, चतुर्थ, सप्तम, अष्टम और द्वादश भाव में से किसी भी एक भाव में मंगल की स्थिति को मांगलीक दोष के रूप में लिया जाता है.

 

सतमंगली दोष क्या है? (What is Sat-mangali dosh)

लग्न कुंडली में पहले, दूसरे, चौथे, सातवें, आठवें, या बारहवें स्थान पर मंगल ग्रह हो तो मांगलिक दोष होता है, लेकिन ज्योतिषाचार्य इनमें से सबसे हानिकारक सातवें भाव में मंगल को बताते हैं. इसलिए इस दोष को “सतमंगली दोष” कहा जाता है, इसे जीवन साथी के लिए घातक माना जाता है.

ज्योतिषाचर्यों का कहना है कि, मांगलिक कुंडली का निर्णय बारिकी से किया जाना चाहिए, क्योंकि शास्त्रों में मांगलिक दोष निवारण के तरीके उपलब्ध हैं, जिन्हें फॉलो करके मांगलिक दोष का निवारण किया जा सकता है.

 

मांगलिक दोष से जुड़ी मान्यताएं (Beliefs related to manglik defects)

मान्यताओं के अनुसार मांगलिक दोष को दाम्पत्य सुख के लिए हानिकारक माना गया है. क्योंकि मांगलिक लोगों पर मंगल ग्रह का विशेष प्रभाव होता है. बता दें कि ज्योतिष विज्ञान में मंगल का बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान है. एक तरफ मंगल की स्थिति से रोजगार और व्यवसाय में प्रगति होती है तो दूसरी तरफ इसकी उपस्थिति वैवाहिक जीवन की खुशी में बाधा डालती है. यहीं नहीं, ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, मांगलिक दोष होने से शादी में देरी या अड़चने भी आती है.

मांगलिक दोष विशेष रूप से विवाह के लिए अशुभ माना जाता है, इसलिए विवाह से पूर्व ही मांगलिक है या नहीं इसकी पहचान और उसका निवारण आवश्यक है. मांगलिक है या नहीं? यह जानने के लिए आप किसी अच्छे ज्योतिष की मदद ले सकते है और इसके निवारण के उपायों के बारे में भी जान सकते है.

 

मांगलिक व्यक्ति को मांगलिक व्यक्ति से ही विवाह करना चाहिए

कहा जाता है कि जिन लोगों की कुंडली में यह दोष होता है, अर्थात जो लोग मांगलिक होते हैं, उन्हें केवल मांगलिक से ही विवाह करना चाहिए, तभी उनका दांपत्य जीवन खुशहाल हो सकता है. ऐसी मान्यताएं है कि वैवाहिक जीवन में एक व्यक्ति मंगली हो और दूसरा न हो तो दूसरे की मृत्यु तक हो सकती है.

इसलिए जरुरी है कि एक मांगलिक व्यक्ति को एक मांगलिक व्यक्ति से ही विवाह करना चाहिए. जैसे कि एक कहावत है, लोहे को लोहा ही काटता है, जहर को जहर ही मारता है, उसी तरह एक मांगलिक का वैवाहिक जीवन भी एक मांगलिक ही बेहतर कर सकता है, ऐसा ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है.

मांगलिक है या नहीं कैसे चेक करे? जाने यहां

 

Tags: मांगलिक दोष के लक्षण, मांगलिक है या नहीं कैसे पहचाने? किन आदतों से पता करें कि व्यक्ति मांगलिक है या नहीं? मंगल दोष की चारित्रिक विशेषताएं. (Manglik Dosh Ke Lakshan)

 

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14 thoughts on “मांगलिक दोष के लक्षण | Manglik Dosh Ke Lakshan, in Hindi”
  1. Uma kumari says:

    Kya ham manglik h plz btaye?

  2. Uma kumari says:

    Name _ uma kumari
    Dob_20-02-1995
    Time_ 3.20 am
    Add_ village+post_sarhunchia
    Block- aurai. Dis- muzaffarpur. State – bihar

  3. Uma kumari says:

    Plz rasifal v btaye

  4. 20-February-1995 Monday : 03.20.00 am : इस जन्मतिथि के अनुसार जन्मराशि तुला है.

  5. इस जन्मतिथि के अनुसार आप मांगलिक है..

  6. नहीं, मैम, ऐसा नहीं हो सकता..

  7. मैम आपने उसमे 3.20 am. 20-02-1997 बताया है. इसके अनुसार जन्मराशि कर्क ही है. चेक लिंक: https://prnt.sc/qaztb6

  8. मैम आपने उसमे 20-02-1997 : 3.20 am. बताया है. इसके अनुसार जन्मराशि कर्क ही है. चेक लिंक: https://prnt.sc/qaztb6

  9. Shinder kumar says:

    Ma manglik ho
    Shinder kumar
    19.7.1982
    5.30 PM
    Hoshiarpur punjab

  10. Sonam pal says:

    Sonam pal
    1996
    14august
    Time 1bje
    Kanpur

  11. कृपया अपना जन्म समय am pm के साथ बताए

  12. Devendra Vaishnav says:

    Devendra kumar vaishnav
    07/12/1989
    Time – morning Time ( time malum nhi)
    Mandla madhypradesh India

  13. जन्मसमय बताना अति आवश्यक है.

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