IAS से DM बनने में कितने साल लगते हैं? आईएएस और डीएम कैसे बनते है? IAS से DM बनने में कितना समय लगता है? कितने दिन लगते है? आइये आज हम इस लेख में इस बारे में विस्तार से जानते है.
IAS या DM की अधिकारिक शक्तियां
आईएएस (IAS) का पद विशेष अधिकार वाला होता है और इसे लोक सेवा अधिकारी (Public service officer) के रूप में जाना जाता है. इतना हीं नहीं, एक आईएएस अधिकारी को समाज में शक्ति और प्रतिष्ठा का प्रतीक माना जाता है. क्योंकि देश में सभी सरकारी तंत्र की शक्तियों का केंद्र आईएएस अधिकारी ही होता है.
वह जिले में एक लीडर की तरह कार्य करता है तथा वह सभी को अच्छे कार्य करने के लिए प्रेरित भी करता है. इसलिए भारत में आईएएस को एक नौकरी नहीं बल्कि एक प्रतिष्ठा माना जाता है. एक आईएएस अधिकारी (IAS Officer) लोक प्रशासन और नीति निर्माण और कार्यान्वयन के लिए जिम्मेदार होता है. यानी सरकार जो नीतियां बनाती है उन्हें लागू करवाने का काम एक आईएएस अधिकारी का होता है.
करियर की शुरुआत में, एक आईएएस अधिकारी राज्य प्रशासन को उप-विभागीय स्तर पर जोड़ता है और एक उप-विभागीय मजिस्ट्रेट सामान्य प्रशासन और विकास कार्यों के साथ-साथ अपने नियंत्रण वाले क्षेत्रों में कानून-व्यवस्था की देखभाल करता है.
IAS का Exam और Selection कैसे होता है?
वर्तमान में हर साल लाखो छात्र आईएएस बनने के लिए आईएएस की परीक्षा (IAS Exam) में बैठते है. जानकारी के लिए आपको बता दें कि संघ लोक सेवा आयोग (Union Public Service Commission) यानी यू.पी.एस.सी आईएएस के लिए सिविल सेवा परीक्षा (Civil service exam) का आयोजन करता है. आईएएस बनने के लिए सिविल सेवा परीक्षा में पास होना जरुरी होता है और यह सबके बस की बात नहीं होती है. क्योंकि यह देश की सबसे कठिन परीक्षाओ में से एक है.
ग्रेजुएट से लेकर डॉक्टर, इंजीनियर, वैज्ञानिक भी इस परीक्षा में भाग लेते हैं. यह परीक्षा तीन चरणों में होती है- प्रीलिम्स, मेंस और इंटरव्यू. इन तीन चरणों को पास करने वालो की आईएएस अधिकारी पद पर नियुक्ति की जाती है. यू.पी.एस.सी द्वारा आयोजित देश की सबसे कठिन परीक्षा यानी सिविल सेवा परीक्षा को पास करने के लिए कड़ी मेहनत के साथ योजनाबद्ध तरीके से पढाई करनी पड़ती है, साथ ही परीक्षा की परफेक्ट तैयारी करनी पड़ती है, तभी इस परीक्षा को पास किया जा सकता है, अन्यथा नहीं.
जानकारी के लिए आपको बता दें कि बहुत से छात्र यू.पी.एस.सी की सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी के लिए कोचिंग का सहारा लेते है. क्योंकि वो भी जानते है कि कोचिंग के बिना सिविल सेवा परीक्षा में पास होने की संभावना ना के बराबर होती है, इसलिए अधिकांश छात्र कोचिंग का सहारा लेते है.
हमारे देश में भी यू.पी.एस.सी सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी (UPSC Civil Services Exam Preparation) के लिए लगभग सभी राज्यों में अच्छे अच्छे कोचिंग सेण्टर शुरू हो चुके है. आप यहां क्लिक करके आईएएस की बेस्ट कोचिंग इंस्टिट्यूट (Best Coaching Institute of IAS) के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते है.
IAS से DM बनने में कितने साल लगते हैं? कितने दिन लगते है?
- Ek IAS DM Kitne Saal Me Banta Hai?
- IAS Se DM Banane Me Kitne Sal Lagte Hai?
- Ek IAS Kitne Din Bad DM Ban Sakta Hai?
यूपीएससी परीक्षा (UPSC Exam) की तैयारी के लिए मिनिमम 2 से 3 साल तो लगते ही है. ग्रेजुएट होने के बाद यूपीएससी परीक्षा की तैयारी करके आप यूपीएससी की परीक्षा उतीर्ण होकर आईएएस ऑफिसर (IAS Officer) बन सकते है. आईएएस ऑफिसर बनने के कुछ सालो बाद आप डीएम (DM) बन सकते है. जानकारी के लिये आपको बता दें कि एक आईएएस अधिकारी 6 वर्ष की सेवा सहित 2 वर्ष के प्रशिक्षण के बाद डीएम (District magistrate) बनने के योग्य हो जाता है.
IAS से DM बनने में 6 से 8 वर्ष लगते है
अगर आप डीएम (District magistrate) बनना चाहते है तो पहले आपको अपना ग्रेजुएशन पूरा करना होगा. उसके बाद 2 से 3 साल तक यूपीएससी सिविल सर्विस परीक्षा की तैयारी करना होगा. फिर जब आईएएस के लिए नोटिफिकेशन जारी होगा, तब आपको आईएएस का फॉर्म भरना होगा. जानकारी के लिए आपको बता दें कि हर साल जनवरी महीने तक आईएएस का नोटिफिकेशन जारी किया जाता है. इच्छुक आवेदक मार्च महीने तक आईएएस के लिए आवेदन कर सकते है.
उसके बाद शार्टलिस्ट किये गए उम्मीदवारों को आईएएस परीक्षा के प्रथम चरण यानी प्रीलिम्स एक्साम (Prelims exam) के लिए बुलाया जाता है. जो उम्मीदवार इस एग्जाम में पास होते है उन्हें आईएएस के द्वितीय चरण यानी मेन्स एग्जाम (Mains exam) के लिए बुलाया जाता है. और जो उम्मीदवार इस परीक्षा में पास होते है उन्हें आईएएस के तृतीय चरण यानी इंटरव्यू (Interview) के लिए बुलाया जाता है. और जो उम्मीदवार इंटरव्यू में पास होते है उनकी एक मेरिट सूची (Merit list) बनाई जाती है.
बता दें कि इस मेरिट सूची में उन छात्रो के नाम शामिल किये जाते है, जो मेन्स एग्जाम और इंटरव्यू में अच्छी रैंक हासिल करते है. फिर उसके बाद मेरिट सूची में शामिल छात्रो को आईएएस अधिकारी के रूप में नियुक्त किया जाता है.
IAS प्रशिक्षण अवधि
बता दें कि चयनित उम्मीदवारों को कुल 21 महीने के ट्रेनिंग पीरियड से गुजरना पड़ता है. आईएएस ट्रेनिंग में- 4 महीने की बेसिक ट्रेनिंग, 2 महीने की व्यावसायिक ट्रेनिंग, 12 महीने की जिला ट्रेनिंग और फिर से मसूरी में 3 महीने की व्यावसायिक ट्रेनिंग शामिल है.
इस तरह एक आईएएस अधिकारी के रूप में चयनित उम्मीदवारों को 21 महीने यानी लगभग 2 वर्ष के ट्रेनिंग पीरियड से गुजरना पड़ता है. उसके बाद 5-6 साल तक आईएएस अधिकारी के रूप नौकरी करनी होती है, फिर उन्हें पदोन्नति के माध्यम से ज़िला मजिस्ट्रेट यानी जिला दंडाधिकारी बनाया जाता है. इस तरह एक आईएएस अधिकारी 6 से 8 साल में डीएम (DM) बन जाता है.
हालांकि डीएम बनने के लिए यह समय कोई फिक्स नहीं है, क्योंकि एक आईएएस अधिकारी 21 महीनो के प्रशिक्षण के बाद डीएम बनने योग्य हो जाता है, इसलिए इसके बारे में निश्चित रूप से नहीं बताया जा सकता है.
DM बनने के लिए क्या करे?
- सबसे पहले किसी भी मान्यताप्राप्त विश्वविद्यालय से अपने पसंदीदा विषय में अपना ग्रेजुएशन पूरा करे.
- आप ग्रेजुएशन किसी भी विषय में कर सकते है. जैसे बीए, बी.कॉम, बीएससी या अन्य विषयों में.
- उसके बाद देश के किसी भी अच्छे कोचिंग इंस्टिट्यूट में कोचिंग लगाए.
- कोचिंग इंस्टिट्यूट में आपको आईएएस के लिए प्रिपेर किया जाता है, वहां आपको एडवांस नॉलेज मिलता है.
- आईएएस की प्रिपरेशन (IAS preparation) पूरी होने के बाद, आईएएस के लिए आवेदन करे.
- उसके बाद आपको सिविल सर्विस परीक्षा के तीनो चरणों (Prelims, Mains, Interview) में पास होना है.
- अब आपको आईएएस के रूप में नियुक्त किया जाएगा, उसके बाद आपको 21 महीने ट्रेनिंग दी जायेगी.
- ट्रेनिंग के बाद आपको कुछ वर्ष यानी 5-6 साल आईएएस के रूप में नौकरी करनी है.
- उसके बाद आपको डीएम (DM) के पोस्ट पर प्रमोट किया जाएगा और इस तरह आप डीएम बन जायेंगे.
DM Eligibility – डीएम बनने के लिए पात्रता
- जो उम्मीदवार डीएम (DM) बनना चाहते है में भारत देश के नागरिक होने चाहिए.
- उम्मीदवार किसी भी मान्यताप्राप्त विश्वविद्यालय से ग्रेजुएट होने चाहिए.
- आयु- 21 वर्ष से 32 वर्ष तक, इसमें आरक्षित श्रेणी को छुट का प्रावधान है.
- उम्मीदवार मानसिक रूप से स्वस्थ होने चाहिए, विकलांग भी आवेदन कर सकते है.
DM Exam Pattern – परीक्षा पैटर्न
यह परीक्षा तीन चरणों में आयोजित की जाती है- पहला चरण- प्रारंभिक परीक्षा (Preliminary Exam), दूसरा चरण- मुख्य परीक्षा (Mains Exam) और तीसरा चरण- इंटरव्यू (Interview). इन्ही तीन चरणों के आधार पर उम्मीदवारों का चयन होता है.
1. प्रारंभिक परीक्षा (Preliminary Exam)
- प्रारंभिक परीक्षा में 2 पेपर होते है, पहला पेपर- सामान्य अध्ययन (General Studies) का, दुसरा पेपर- सीविल सर्विसेज एप्टीट्यूड टेस्ट (Civil Services Aptitude Test) का.
- प्रत्येक पेपर 200 अंको का होता है. सभी प्रश्न ऑब्जेक्टिव टाईप होते हैं. यानी एक सवाल के जवाबों का चार विकल्प होते है, उन चारों विकल्प में से एक सही विकल्प चुनना होता है.
- पहले पेपर में 80 सवाल पूछे जाते है, और दुसरे पेपर में 100 सवाल पूछे जाते है. प्रत्येक पेपर 200 अंको का होता है, यानी दोनों पेपर कुल 400 अंको के होते है.
- प्रत्येक पेपर को हल करने के लिये आपको 2 घंटों का समय मिलता है. यानी दोनों पेपर को हल करने के लिए आपको कुल 4 घंटे का समय मिलता है.
- इस परीक्षा में निगेटिव मार्किंग का प्रावधान है- प्रत्येक गलत जवाब पर एक तिहाई अंक काटे जायेंगे. इसलिए, इस बात का हमेशा ध्यान रखे.
- इस परीक्षा में पास होने के लिए कम से कम 33 फीसदी अंक प्राप्त करना जरूरी है, तभी आप मुख्य परीक्षा में बैठने के लिए पात्र होंगे.
- प्रारंभिक परीक्षा के अंक फाइनल परीक्षा (Selection process) में नहीं जोड़े जाते है. केवल मुख्य परीक्षा में बैठने के लिए इस परीक्षा को पास करना जरुरी होता है.
2. मुख्य परीक्षा (Mains Exam)
मुख्य परीक्षा में कुल 9 पेपर होते है, जिन्हें दो भागो में विभाजित किया गया है- क्वालिफाइंग पेपर और मेरिट पेपर के रूप में. और वे इस प्रकार होते है-
- 1st paper – भारतीय भाषा (Indian Languages) का होता है. यह क्वालिफाइंग पेपर है, इसके अंक चयन के समय नहीं जोड़े जाते है.
- 2nd paper – अंग्रेजी भाषा (English Language) का होता है. यह क्वालिफाइंग पेपर है, इसके अंक चयन के समय नहीं जोड़े जाते है.
- 3rd paper – निबंध लेखन (Essay Writing) का होता है.
- 4th, 5th, 6th, 7th paper – ये सभी पेपर सामान्य अध्ययन (General Studies) के होते है.
- 8th & 9th paper – ये दोनों पेपर वैकल्पिक विषय (Optional subject) के होते है.
- क्वालिफाइंग पेपर- इसमें 2 पेपर होते हैं, (1st & 2nd paper) दोनों पेपर 300-300 अंकों के होते हैं. इनके अंक चयन के समय नहीं जोड़े जाते है.
- मेरिट पेपर- इसमें 7 पेपर होते हैं, सभी 250-250 अंकों के होते हैं, यानी सभी पेपर कुल 1750 अंकों के होते हैं.
मुख्य परीक्षा पास करना सबसे कठिन काम होता है. प्रत्येक पेपर के लिये आपको तीन घंटों का समय दिया जाता है. इन सभी पेपरों का कुल योग करीबन 1750 अंकों का होता है. ध्यान दें कि इनमें से कुछ पेपर्स के अंक अंतिम परिणाम में जोड़े जाते हैं.
3. इंटरव्यू (Interview)
मुख्य परीक्षा (Mains Exam) पास करने वाले उम्मीदवारों को साक्षात्कार के लिए बुलाया जाता है. आप यह इंटरव्यू हिंदी या अंग्रेजी भाषा में दे सकते है. यह सिविल सेवा परीक्षा का अंतिम और सबसे महत्वपूर्ण चरण होता है. बता दें कि यह इंटरव्यू कुल 750 अंकों का होता है.
- मेरिट लिस्ट: केवल मुख्य परीक्षा और इंटरव्यू में प्राप्त अंकों को परीक्षा की मेरिट सूची में शामिल किया जाता है और आपकी रैंक उसी के अनुसार निर्धारित की जाती है.
- यह पढ़े – आईएएस कैसे बने
- यह पढ़े – डीएम कैसे बने
Exam Opportunities – परीक्षा के अवसर
- सामान्य श्रेणी के विद्यार्थी लिए कुल 6 अवसर प्रदान किये जाते है.
- अन्य पिछड़ा वर्ग के श्रेणी के विद्यार्थी को 9 अवसर प्रदान किये जाते हैं.
- एससी / एसटी के छात्र आयु सीमा पूरी होने तक कितनी भी बार आवेदन कर सकते हैं.
- विकलांग विद्यार्थी भी अपनी उम्र सीमा खत्म होते तक वे कितनी बार भी आवेदन कर सकते हैं.
Last Word – इस लेख से जुड़े अंतिम शब्द
दोस्तों इस लेख में हमने, IAS से DM बनने में कितने साल लगते हैं? IAS से DM बनने में कितना समय लगता है? इसके बारे में जरुरी जानकारी दी है, हमें पूरी उम्मीद है कि यहं लेख कई लोगों के लिए उपयोगी साबित होगा. इसके अलावा यदि किसी का इस लेख से सबंधित कोई भी सुझाव या सवाल है तो वे हमें कमेंट करके पूछ सकते है.
यह लेख भी पढ़े
- 12वीं पास के लिए रेलवे में नौकरियां
- 12th पास के लिए बैंक नौकरियां
- 12वीं पास के लिए नौकरियां
- 12वीं के बाद CID कैसे ज्वाइन करे
- जॉब इंटरव्यू की तैयारी कैसे करे
- IAS और IPS के बारे में जाने
- बिजली विभाग में नौकरी कैसे पाए
- डाक विभाग में नौकरी कैसे पाए
- पुलिस कमिश्नर कैसे बने
- फ़ॉरेस्ट रेंजर कैसे बने, जाने यहां
सही कहा सर, कुछ आईएएस अधिकारी 2 से 3 साल डीएम बन जाते है. और कुछ आईएएस अधिकारीयों को डीएम बनने में 6 से 8 से साल भी लगते है. आपके सभी लेख मेरे लिए काफी उपयोगी साबित हुए है.
Stay connected with us. Thanks Nikita ji.
DM banne ke koun koun si padhai karni hogi
आपको UPSC परीक्षा के लिए पढाई करनी चाहिए.
>> यह पढ़े- UPSC तैयारी कैसे करे
>> यहाँ पढ़े – UPSC तैयारी के लिए एक्सपर्ट टिप्स
Mai kaise padhai karu ki ias ban jau mera koi sahara nahi hai
क्या आप ग्रेजुएट है?
psc se dm or dc ban skate hai
Ha State PCS se ban sakte hai, promotion se.
Sir/mam, kya har ek IAS officer DM Banta h ..??
Yes all ias become DM after few years.
जल्द ही इससे संबंधित एक लेख प्रकाशित किया जाएगा.
Sir Maine bhi graduate hi 2015 m but isme time bahut lag rha hai mujhe khud Ka status banana hai APNI nhi pahchan banani hai jisse mai like Karti Hu Uske family mujhse status mang rhy hai .Aida Kuch or opinions hai jisse Mai Kam Time m APNI pahchan bana saki 2 ya 3 years me please help me.
आप IAS की कोचिंग लगाए. और सेल्फ स्टडी भी करे. 3 साल में आप अच्छी तैयारी कर सकती है.
Sir mai DM ban na chahata hu lekin padhai Mai thoda week hu aur graduation bhi open se kr raha hu
So I want that please give me some ideas
आपको IAS के लिए Preparation करना चाहिए. ग्रेजुएशन के बाद आपको सेल्फ स्टडी के साथ साथ कोचिंग भी ज्वाइन करना चाहिए.
Collector banane ke liye kitne sala lagenge
UPSC परीक्षा पास करके कलेक्टर बन सकते है.