कंप्यूटर क्या है (Computer kya hai) कंप्यूटर की विशेषताएं और कंप्यूटर का इतिहास – आज के समय में कंप्यूटर हर व्यक्ति के जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया है, चाहे वह स्कूल हो या ऑफिस, या फिर रेस्टोरेंट या हमें कोई अपना महत्वपूर्ण काम निपटाना हो, लगभग हर काम के लिए कंप्यूटर का उपयोग किया जा रहा है और बड़े से बड़ा काम कम समय में पूरा किया जा रहा है.
आज के समय में देखा जाए तो अगर किसी को कंप्यूटर का ज्ञान नहीं है तो उसे अपने जीवन में कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. क्योंकि जहां भी हम देखते है वहां हमे कंप्यूटर का ही इस्तेमाल होते दिखाई देता है.
आजकल लोग घर बैठे कंप्यूटर पर पढ़ाई कर रहे हैं और परीक्षाएं भी ऑनलाइन ही हो रही हैं, ऐसे कई सारे काम कंप्यूटर से ही किए जा रहे हैं. इसलिए इस पोस्ट में हम कंप्यूटर क्या है (Computer kya hai), कंप्यूटर की विशेषताएं और कंप्यूटर के इतिहास के बारे में चर्चा करेंगे.
कंप्यूटर क्या है – Computer kya hai, What is a computer in hindi
(कंप्यूटर की परिभाषा, अर्थ) कंप्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है, जो यूजर के डेटा को इनपुट के रूप में लेता है और उसे प्रोसेस करके आउटपुट के रूप में रिजल्ट देता है. सबसे पहले Input Data, उसके बाद Processing, फिर उसके बाद Output Data, इस प्रकार कंप्यूटर काम करता है.
आम भाषा में, कंप्यूटर को एक इलेक्ट्रॉनिक मशीन कहा जा सकता है, जो यूजर के निर्देशों का पालन करते हुए डेटा की गणना करती है, डेटा स्टोर करती है और डेटा मैनेजमेंट करती है.
कंप्यूटर (Computer) शब्द की उत्पत्ति कंप्यूट (Comput) शब्द से हुई है, जो एक लैटिन भाषा का शब्द है, जिसका अर्थ गणना करना होता है. हालांकि यह सिर्फ गणना करने तक सीमित नहीं है.
तो दोस्तों अब आप जान गए होंगे कि कंप्यूटर क्या है (Computer kya hai), कंप्यूटर की परिभाषा क्या है और कंप्यूटर शब्द की उत्पत्ति कैसे हुई है. तो आइए अब आगे जानते हैं कि कंप्यूटर कितने प्रकार के होते हैं.
कंप्यूटर कितने प्रकार के होते हैं – What are the types of computers
- सुपर कंप्यूटर (Super Computer)
- मेनफ़्रेम कंप्यूटर (Mainframe Computer)
- वर्कस्टेशन कंप्यूटर (Workstation Computer)
- पर्सनल कंप्यूटर (Personal Computer)
- मैकिन्टौश कंप्यूटर (Macintosh Computer)
- लैपटॉप और नोटबुक (Laptop and Notebook)
- स्मार्टफ़ोन और टेबलेट (Smartphones and tablets)
1. सुपर कंप्यूटर – Super computer
सुपर कंप्यूटर एक सामान्य कंप्यूटर की तुलना में उच्च स्तर का प्रदर्शन वाला कंप्यूटर है. इसलिए इसे सुपर कंप्यूटर कहा जाता है. यह सभी उपलब्ध कंप्यूटरों में सबसे तेज और सबसे शक्तिशाली कंप्यूटर है. इसका उपयोग वहां किया जाता है जहां उच्च डेटाबेस कार्य किया जाता है.
2. मेनफ़्रेम कंप्यूटर – Mainframe computer
मेनफ्रेम कंप्यूटर वे कंप्यूटर होते हैं जिनका उपयोग बड़े संगठनों द्वारा बड़ी मात्रा में डेटा संस्करण के लिए किया जाता है. मेनफ्रेम कंप्यूटर को अक्सर सर्वर के रूप में उपयोग किया जाता है. मेनफ्रेम कंप्यूटर बड़ा होता है और इसमें कंप्यूटर के कुछ अन्य वर्गों, जैसे कि मिनी कंप्यूटर, सर्वर, वर्कस्टेशन और पर्सनल कंप्यूटर की तुलना में अधिक प्रोसेसिंग पावर होती है.
3. वर्कस्टेशन कंप्यूटर – Workstation computer
वर्कस्टेशन कंप्यूटर एक उच्च प्रदर्शन वाला कंप्यूटर है जो मूल रूप से एक उपयोगकर्ता के लिए डिज़ाइन किया गया है. इसमें विशाल ग्राफिक्स क्षमताएं और एक शक्तिशाली माइक्रोप्रोसेसर है. इस कंप्यूटर को संयुक्त राज्य अमेरिका में 1981 में नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन द्वारा अपने अपोलो अंतरिक्ष कार्यक्रम के लिए विकसित किया गया था.
4. पर्सनल कंप्यूटर – Personal computer
पर्सनल कंप्यूटर को संक्षेप में “पीसी” कहा जाता है. ये बहुउद्देश्यीय कंप्यूटर हैं, इनके आकार, डिज़ाइन और कार्यक्षमता के कारण इन्हें व्यक्तिगत उपयोग के लिए सर्वश्रेष्ठ माना जाता है. साथ ही इसे एक व्यक्ति द्वारा उपयोग किये जाने वाला कंप्यूटर और डेस्कटॉप कंप्यूटर के रूप में भी जाना जाता है. घर पर इसका व्यापक रूप से गेम खेलने, मल्टीमीडिया, मनोरंजन, इंटरनेट चलाने और बहुत कुछ कामो के लिए उपयोग किया जाता है.
5. मैकिन्टौश कंप्यूटर – Macintosh Computer
मैकिन्टौश कंप्यूटर का आविष्कार एप्पल ने 1984 में किया था. यह कंप्यूटर दूसरे कंप्यूटर से बहुत अलग है. इसके अलावा यह विशेष रूप से छात्रों और समर्थक उपयोगकर्ताओं के लिए डिज़ाइन किया गया है.
6. लैपटॉप और नोटबुक – Laptop and notebook
लैपटॉप को मूल रूप से एक डेस्कटॉप जैसा दिखने के लिए डिज़ाइन किया गया था, लेकिन यह काफी छोटा और हल्का होता है. लैपटॉप कंप्यूटर को नोटबुक कंप्यूटर भी कहा जाता है. डेस्कटॉप कंप्यूटर की तरह, लैपटॉप और नोटबुक दोनों को चलाने के लिए हर समय बिजली से कनेक्ट होने की आवश्यकता नहीं होती है. इसमें एक बैटरी का इस्तेमाल किया जाता है, जिसके जरिए इन दोनों को मोबाइल फोन की तरह चार्ज करके भी इस्तेमाल किया जा सकता है.
7. स्मार्टफोन और टेबलेट – Smartphones and tablet
कंप्यूटर या लैपटॉप के हिसाब से टैबलेट और स्मार्टफोन का साइज काफी छोटा होता है. यह फोन है, जिसका इस्तेमाल सिर्फ बात करने के लिए ही नहीं बल्कि मिनी कंप्यूटर के तौर पर भी किया जाता है. इन्हें आप अपनी जेब में भी रख सकते हैं. वर्तमान में टैबलेट और स्मार्टफोन बहुत लोकप्रिय हो गए हैं.
कंप्यूटर हार्डवेयर क्या है – What is computer hardware in hindi
हार्डवेयर कंप्यूटर का वह हिस्सा है जिसे हम छू सकते हैं और जिसमें भौतिक जानकारी होती है, जैसे- कीबोर्ड, माउस, प्रिंटर, स्कैनर सीपीयू आदि. ये कंप्यूटर के मूल भाग हैं. तो आइए जानते हैं क्या है इन हार्डवेयर का काम-
कीबोर्ड – keyboard
कीबोर्ड कंप्यूटर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होता है, कीबोर्ड पर बटन होते हैं, जिनका उपयोग विभिन्न कार्यों को करने के लिए किया जाता है. कीबोर्ड दुनिया के अलग-अलग देशों में अपनी-अपनी भाषा के हिसाब से बनाए जाते हैं.
माउस – Mouse
कीबोर्ड की तरह माउस भी कंप्यूटर का महत्वपूर्ण हिस्सा है. माउस से आप कई तरह के काम कर सकते हैं. यदि आप किसी बड़े वेब पेज को देख रहे हैं या पढ़ रहे हैं, तो उसे पूरा देखने या पढने के लिए आप माउस स्क्रोलर की मदद से पेज को ऊपर-नीचे कर सकते है या किसी भी टेक्स्ट या फ़ाइल को सिलेक्ट, कॉपी या उस पेज पर मौजूद किसी भी लिंक पर क्लिक कर सकते हैं.
प्रिंटर – printer
प्रिंटर एक हार्डवेयर आउटपुट डिवाइस है जिसका उपयोग हार्ड कॉपी बनाने या किसी दस्तावेज़ को प्रिंट करने के लिए किया जाता है. एक दस्तावेज़ किसी भी प्रकार का हो सकता है जैसे टेक्स्ट फ़ाइल, छवि, या दोनों का संयोजन. प्रिंटर दस्तावेज़ों को प्रिंट करने के लिए कंप्यूटर या अन्य उपकरणों पर उपयोगकर्ताओं से इनपुट कमांड स्वीकार करता है. उदाहरण के लिए, यदि आपको अपने कॉलेज में प्रोजेक्ट रिपोर्ट जमा करनी है तो आपको अपनी रिपोर्ट की एक सॉफ्ट कॉपी तैयार करनी होगी और उसे प्रिंटर की मदद से प्रिंट करना होगा.
स्कैनर – Scanner
स्कैनर एक कंप्यूटर इनपुट डिवाइस है जिसके माध्यम से किसी भी दस्तावेज़, छवि और टेक्स्ट को स्कैन किया जाता है और स्कैन किए गए डेटा को कंप्यूटर में सेव किया जाता है. जिस प्रकार हम प्रिंटर का उपयोग प्रिंट निकालने के लिए करते हैं जिससे हमें काले, सफेद या रंगीन प्रिंट मिलते हैं, उसी तरह स्कैनर की मदद से हम किसी भी काले, सफेद और रंगीन दस्तावेज़ को बहुत आसानी से स्कैन करके कंप्यूटर में सेव कर सकते हैं.
कंप्यूटर सॉफ्टवेयर क्या है – What is computer software in hindi
सॉफ्टवेयर कंप्यूटर का वह भाग है, जिसे हम छू नहीं सकते, जिसे हम केवल देख सकते हैं. वर्तमान में कंप्यूटर पर कोई भी कार्य बिना सॉफ्टवेयर के नहीं हो रहा है. कंप्यूटर सॉफ्टवेयर को तीन भागो में विभाजित किया गया है.
- सिस्टम सॉफ्टवेयर (System Software)
- अनुप्रयोग सॉफ्टवेयर (Application Software)
- यूटिलिटी सॉफ्टवेयर (Utility Software)
1. सिस्टम सॉफ्टवेयर – System software
अगर आप एक कंप्यूटर यूजर हैं तो सिस्टम सॉफ्टवेयर के बारे में भी जानकरी होना बहुत जरूरी है. सिस्टम सॉफ्टवेयर ऐसे सॉफ्टवेयर होते हैं, जो आपके कंप्यूटर के हार्डवेयर को मैनेज और कंट्रोल करते हैं और इन्हीं की वजह से एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर कंप्यूटर में चल पाता है. सिस्टम सॉफ्टवेयर कंप्यूटर में प्रोग्राम चालू करने से लेकर बंद करने तक सब कुछ नियंत्रित करता है. सिस्टम सॉफ्टवेयर की गति तेज होती है और ये कंप्यूटर सिस्टम के बहुत करीब होता है.
2. अनुप्रयोग सॉफ्टवेयर – Application software
सभी यूजर्स अपने स्मार्टफोन, कंप्यूटर, लैपटॉप या टैबलेट में कई तरह के एप्लीकेशन का इस्तेमाल करते है. लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर क्या है. दोस्तों, एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर एक एप (App) है जिसे हम आपने स्मार्टफोन में आसानी से इस्तेमाल कर सकते हैं. यह एक छोटा सा सॉफ्टवेयर है जिसे यूजर्स की मदद के लिए विकसित किया गया है.
एप्लिकेशन सॉफ़्टवेयर सिस्टम सॉफ़्टवेयर से इस मायने में भिन्न है कि इसे उपयोगकर्ता द्वारा एक्सेस किया जा सकता है और उपयोगकर्ता को इसे कंप्यूटर पर चलाने की अनुमति देता है. एप्लिकेशन सॉफ्टवेयर आमतौर पर मोबाइल उपयोगकर्ता को ध्यान में रखकर बनाया गया है. एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर में मीडिया प्लेयर, एमएस-ऑफिस, वर्ड प्रोसेसर आदि शामिल हैं.
3. यूटिलिटी सॉफ्टवेयर – Utility Software
यदि आपने सिस्टम सॉफ्टवेयर और एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर के बारे में जान लिया है, तो अब आप यूटिलिटी सॉफ्टवेयर क्या है इसके बारे में भी जरुर जाने, क्योंकि यह कंप्यूटर सॉफ्टवेयर का एक हिस्सा है.
यूटिलिटी प्रोग्राम को विशेष सॉफ्टवेयर कहा जाता है जो सिस्टम के ऑपरेटिंग सिस्टम के सभी रखरखाव और प्रबंधन का ख्याल रखता है. ये सॉफ्टवेयर कंप्यूटर संसाधन हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर, मेमोरी आदि की क्षमता को बनाने में सहायक होते हैं और इसका बुनियादी ढांचा तेजी से और सुचारू रूप से काम करता है.
सिस्टम यूनिट क्या है – What is system unit in hindi
सिस्टम यूनिट यह कंप्यूटर का मुख्य भाग है. जिसमें कंप्यूटर में काम करने के लिए सभी डिवाइस लगाए जाते हैं. सिस्टम यूनिट को CPU (Central processing unit) के रूप में जाना जाता है. सीपीयू में मदरबोर्ड, प्रोसेसर, हार्ड डिस्क आदि जैसे घटक होते हैं. सीपीयू को कंप्यूटर का मस्तिष्क भी कहा जाता है और यह चार प्रकार के होते है.
1. डेस्कटॉप सिस्टम यूनिट (Desktop system unit)
2. नोटबुक सिस्टम यूनिट (Notebook system unit)
3. टेबलेट पीसी सिस्टम यूनिट (Tablet pc system unit)
4. हैण्डहेल्ड कंप्यूटर सिस्टम (Handheld computer system)
1. डेस्कटॉप सिस्टम यूनिट – Desktop system unit
डेस्कटॉप सिस्टम यूनिट में आमतौर पर सिस्टम के इलेक्ट्रॉनिक्स घटक और सेकेंडरी स्टोरेज होते हैं. इनपुट और आउटपुट डिवाइस जैसे माउस, कीबोर्ड और मॉनिटर सिस्टम यूनिट के बाहर स्थित होते हैं. इस प्रकार की System Unit को Vertical or Horizontal रखने के लिए डिज़ाइन किया जाता है.
2. नोटबुक सिस्टम यूनिट – Notebook system unit
नोटबुक सिस्टम यूनिट छोटी और अधिक पोर्टेबल होती हैं. इस प्रणाली यूनिट में इलेक्ट्रॉनिक्स घटक होते हैं. नोटबुक सिस्टम यूनिट को लैपटॉप के नाम से भी जाना जाता है. सिस्टम यूनिट के बाहरी हिस्से में स्थित मॉनिटर जुड़ा होता है.
3. टेबलेट पीसी सिस्टम यूनिट – Tablet pc system unit
टैबलेट पीसी सिस्टम यूनिट “नोटबुक सिस्टम यूनिट” के समान होता है. टैबलेट पीसी हाई-एंड पोर्टेबल डिवाइस हैं. साथ ही यह स्टाइलस या पेन के आंतरिक डेटा और निर्देशों का समर्थन करते हैं.
4. हैण्डहेल्ड कंप्यूटर सिस्टम – Handheld computer system
एक कंप्यूटर उपकरण जो हाथ में उपयोग किया जाता है उसे हैंडहेल्ड कंप्यूटर कहा जाता है. ये उपकरण छोटा होने के साथ-साथ अधिकतर हाथों में उपयोग किए जाते हैं, इन्हें हम कहीं भी ले जा सकते है. इसलिए इन्हें हैण्डहेल्ड यह नाम दिया गया है.
कंप्यूटर का कार्य क्या है – What is the function of computer in hindi
लोग कंप्यूटर को एक कंप्यूटिंग मशीन कहते हैं, लेकिन यह पूरी सच्चाई नहीं है, मनुष्य कंप्यूटर का उपयोग केवल गणना करने के लिए नहीं करते हैं, बल्कि कंप्यूटर का उपयोग विभिन्न क्षेत्रों में विभिन्न कार्यों के लिए किया जाता है.
हमने 3 लोगों से कंप्यूटर और उसके उपयोग के बारे में पूछा, तीनों ने अपने-अपने जवाब अलग-अलग दिए.
- ऑफिस वाले से पूछा कि कंप्यूटर का क्या उपयोग है, तो उन्होंने कहा कि कंप्यूटर का इस्तेमाल हमारे ऑफिस के काम को पूरा करने के लिए किया जाता है, कंप्यूटर से बड़े-बड़े काम कम समय में कर लिए जाते हैं.
- छोटे बच्चों से जब पूछा गया तो उसने कहा कि कंप्यूटर एक गेम खेलने की मशीन है जिसमें हम तरह-तरह के गेम खेलकर अपना मनोरंजन कर सकते हैं.
- पढाई करने वाले छात्र से जब पूछा गया तो उसने बताया कि कंप्यूटर एक ऐसी मशीन है जिसके इस्तेमाल से हम घर बैठे ऑनलाइन पढ़ाई कर पाते हैं.
हमने तीन लोगों से पूछा और तीनों के जवाब अलग-अलग आए, इससे हमें यह पता चलता है कि कंप्यूटर गणना करने के साथ-साथ विभिन्न प्रकार के काम करने में सक्षम है, यानी हम कंप्यूटर से कई प्रकार के कार्य कर सकते है.
कंप्यूटर का फुल फॉर्म क्या है – Full form of computer in hindi
दोस्तों, आपने ऊपर कंप्यूटर क्या है (Computer kya hai), इसके बारे में जाना है, लेकिन क्या आप जानते है कि कंप्यूटर का फुल फॉर्म क्या है, क्योंकि हमने यह भी देखा है कि बहुत सारे लोग इंटरनेट पर Computer ka full form क्या है यह सर्च करते हैं, लेकिन मैं आपको बता दूं कि कंप्यूटर का कोई फुल फॉर्म नहीं है, लोग सिर्फ अपने मन मुताबिक कंप्यूटर का व्यापक अर्थ निकालते हैं, जो इस प्रकार है.
- C – Commonly
- O – Operated
- M – Machine
- P – Particularly
- U – Used for
- T – Technical and
- E – Educational
- R – Research
इंटरनेट पर प्रचलित कंप्यूटर के अन्य फुल फॉर्म
1. Commonly Operating Machine Particularly Used for Technical and Education Research
2. Common Operating Machine Particularly Used for Technical, Education and Research
3. Calculator operator monitor print update table ecadet response
4. Computing Oriented Manipulation Programming Used in Technology Education and Research
5. Common Oriented Machine Purely Used for Technical and Educational Research
कंप्यूटर का इतिहास – History of computer in hindi
दोस्तों, उपर आपने कंप्यूटर क्या है (Computer kya hai) इसके बारे में जाना है, आइये अब कंप्यूटर के इतिहास (History of computer) से परिचित होते है.
दोस्तों, कंप्यूटर का नाम सुनते ही हम सभी के मन में अक्सर यह सवाल आता है कि कंप्यूटर का आविष्कार किसने किया होगा, तो आपको बता दूँ कि कंप्यूटर का आविष्कार आज से दो हजार साल पहले हुआ था और कंप्यूटर के आविष्कार ने पूरी दुनिया को बदल कर रख दिया. कंप्यूटर के इतिहास की बात करें तो कंप्यूटर का आविष्कार चार्ल्स बैबेज (Charles Babbage) ने 1833 में किया था. अब तक कंप्यूटर में कई तरह के सुधार हुए हैं और इसकी अलग-अलग पीढ़ियां आ चुकी हैं, तो आइए अब हम आपको कंप्यूटर पीढ़ियों के इतिहास के बारे में बताते हैं.
कंप्यूटर की पहली पीढ़ी – First generation of computer
पहली पीढ़ी के कंप्यूटर का आविष्कार 1946 में जॉन प्रॉस्पर और जोहान मौचली ने ENIAC नाम से किया था. इस पीढ़ी के कंप्यूटरों में इलेक्ट्रॉनिक लॉजिक सर्किट बनाने के लिए वैक्यूम ट्यूब का इस्तेमाल किया जाता था और इस पीढ़ी के कंप्यूटरों की काम करने की गति बहुत धीमी थी. इसके साथ ही इन कंप्यूटरों में एक और कमी यह थी कि कोई भी आम आदमी इस कंप्यूटर को नहीं खरीद सकता था, क्योंकि ये कंप्यूटर बहुत महंगे हुआ करते थे. प्रथम पीढ़ी के कंप्यूटर के नाम कुछ इस प्रकार हैं-
- IBM-701
- IBM-650
- ENIAC
- UNIVAC
- EDVAC
कंप्यूटर की दूसरी पीढ़ी – Second generation of computer
दूसरी पीढ़ी के कंप्यूटर का आविष्कार 1947 में हुआ था, जिसके आविष्कारक विलियम शॉक्ले हैं, इन्होंने पहली पीढ़ी के कंप्यूटर में कुछ खामियां ढूंढकर उन खामियों को दूर करने की कोशिश की, जिससे कंप्यूटर का आकार थोड़ा छोटा हो गया और कंप्यूटर की काम करने की गति थोड़ी तेज हो गई और बिजली की बचत कम होने लगी. साथ ही इस कंप्यूटर में वैक्यूम ट्यूब की जगह ट्रांजिस्टर का इस्तेमाल किया जाने लगा. दूसरी पीढ़ी के कंप्यूटर के कुछ नाम इस प्रकार है-
- CDC-1604
- CDC-3600
- IBM-7094
- IBM-1620
- UNIVAC-1108
कंप्यूटर की तीसरी पीढ़ी – Third generation of computer
तीसरी पीढ़ी के कंप्यूटरों का आविष्कार 1964-1974 के बीच हुआ था. इस समय के कंप्यूटरों में कंप्यूटर को नियंत्रित करने के लिए एक ऑपरेटिंग सिस्टम बनाया गया था.और इस कंप्यूटर में IC का इस्तेमाल होने लगा, जिसे साल 1953 में MR Johnny ने बनाया था. इन पीढ़ी के कंप्यूटरों का आकार और कम कर दिया गया और इन कंप्यूटरों को मिनी कंप्यूटर का नाम भी दिया गया. तीसरी पीढ़ी के कंप्यूटर के नाम कुछ इस प्रकार है-
- TCD-316
- IBM-370
- IBM-168
- POD-8
- IBM-360
कंप्यूटर की चौथी हिंदी – Fourth generation of computer
इस पीढ़ी के कंप्यूटर की बात करें तो इस पीढ़ी के कंप्यूटर का आविष्कार 1964-1975 के बीच हुआ था, इन कंप्यूटरों में कई बदलाव किए गए थे और इस पीढ़ी के कंप्यूटर को छोटा बनाने का प्रयास किया गया. साथ ही उनमें एक सर्किट छोटे चीफ में खींचा गया था जिसे नाम माइक्रोप्रोसेसर दिया गया था. ये कंप्यूटर चलने में तेज हो गए और आकार में छोटे हो गए और इन कंप्यूटरों की कीमत भी बहुत कम थी जिस वजह से आम आदमी इन्हें खरीद सकता था. चौथे पीढ़ी के कंप्यूटर के कुछ नाम इस प्रकार है-
- PDP-11
- DEC-10
- Star-1000
- CRAY-1
- CRAY-x-MP
कंप्यूटर की पांचवी पीढ़ी – Fifth generation of computer
पांचवीं पीढ़ी के कंप्यूटर की शुरुआत की बात करें तो 1979 से अब तक के इन कंप्यूटरों में विभिन्न प्रकार के प्रोसेसर का उपयोग किया गया है. यह अन्य सभी पीढ़ियों की तुलना में सबसे तेज, आकार में छोटे, मल्टीटास्किंग और अधिक टिकाऊ है. इस पीढ़ी के कंप्यूटरों का इंटरफ़ेस उपयोगकर्ता के अनुकूल हो गया है, साथ ही इनमें कई नये फीचर्स भी जोड़े गये हैं. पांचवें पीढ़ी के कंप्यूटर के कुछ नाम इस प्रकार है.
- DESKTOP
- NOTEBOOK
- LAPTOP
- ULTRABOOK
- CHROMEBOOK
कंप्यूटर की विशेषताएं
कम्प्यूटर अनेक प्रकार की विशेषताओं से परिपूर्ण है. कंप्यूटर में इतनी सारी विशेषताए होती हैं, जिसकी हम कल्पना भी नहीं कर सकते. तो आइए हम उनमें से कुछ आवश्यक विशेषताओं के बारे में चर्चा करते हैं.
काम करने में तेज
पहले के जमाने में अगर कोई काम करना होता था तो उस काम को करने में कई दिन लग जाते थे, लेकिन वहीँ काम आज कंप्यूटर की मदद से कुछ ही सेकंड में पुरे किये जा सकते है. कंप्यूटर एक तेज गति से चलने वाली मशीन है जो बहुत ही तेजी अपने कार्य पुरे करती है. आजकल काम में तेजी लाने के लिए कंप्यूटर का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल किया जा रहा है. क्योंकि कंप्यूटर की कार्य करने की गति बहुत तेज होती है, यह घंटों काम मिनटों में कर सकता है.
काम करने की शुद्धता
कंप्यूटर की सबसे बड़ी विशेषता इसकी सटीकता है, यह आपके हर प्रश्न का सटीक उत्तर देता है. जब तक कि आप इसमें गलत इनपुट नहीं देते, तब तक यह हमेशा सही आउटपुट देता रहता है. कंप्यूटर का कैलकुलेशन कभी भी गलत नहीं होता है, अगर कंप्यूटर को कैलकुलेशन करते समय कोई error दिखाई देता है, तो वह अपना आउटपुट या रिजल्ट नहीं दिखाता है, वह error मैसेज देता है.
काम करने में परिश्रमी
कंप्यूटर कभी थकता नहीं है, आप कंप्यूटर के माध्यम से जितना चाहें उतना काम निकाल सकते हैं. क्योंकि कंप्यूटर एक मशीन है, यह थकान महसूस नहीं करती है. यह शुरू से अंत तक एक समान गति और सटीकता के साथ बेहतर परिणाम देने में सक्षम है.
अंतिम शब्द – Last word
आशा करते हैं कि हमारे द्वारा लिखी हुई यह पोस्ट “कंप्यूटर क्या है (Computer kya hai), कंप्यूटर की विशेषताएं और कंप्यूटर का इतिहास” आपके लिए उपयोगी साबित होगी. इसके अलावा अगर किसी का इस लेख से जुड़ा कोई सवाल है तो वे हमें कमेंट करके पूछ सकते हैं. धन्यवाद.
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