आज हम इस लेख में एक महत्वपूर्ण Health Tips के बारे में जानने वाले है। आज का टॉपिक है दमा – अस्थमा की बीमारी का रामबाण इलाज। देसी तरीके से दमा – अस्थमा की बीमारी से कैसे मुक्ति पाए।
दमा – अस्थमा एक गंभीर बीमारी है, इस बीमारी की गिनती श्वसन तंत्र के सर्वाधिक घातक रोगों में की जाती है। जब यह बीमारी किसी व्यक्ति को जकड लेती है तब इस बीमारी से छुटकारा पाना बहुत मुश्किल हो जाता है। दमा – अस्थमा यह एक जानलेवा बीमारी है जिससे मनुष्य की मौत भी हो सकती है। इस बीमारी से पूरी तरह निजात पाना बहुत मुश्किल है लेकिन इस बीमारी पर नियत्रण पाया जा सकता है।
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दमा – अस्थमा का कारण : Cause of asthma
मनुष्य के शरीर में हवा आवागमन पूरी तरह नहीं हो पाता है, सांस लेने में तकलीफ होती होती है, वायु मार्ग के आसपास के मसल्स में कसाव तथा वायु मार्ग में सूजन आ जाती है। जिसके कारण दमा – अस्थमा का अटैक आता है। दमा – अस्थमा का अटैक आने के बहुत सारे कारण है जिनकी सूचि निम्न लिखित है।
➛ दूषित हवा के कारण, वायु प्रदुषण के कारण
➛ घर में धूल भरा तथा दूषित वातावरण होने के कारण
➛ अधिक ध्रूमपान करने के कारण
➛ मोटापा तथा एलर्जी के कारण
➛ अधिक मात्रा में शराब पीने के कारण
➛ सर्दी खांसी के कारण
➛ गलत खानपान के कारण
➛ ठंडी के मौसम में अधिक ठंड के कारण
➛ अधिक दवाइयों के सेवन के कारण
➛ तनाव या भय के कारण
➛ महिलाओं में हार्मोनल बदलाव के कारण
➛ खाने में अधिक नमक के सेवन करने से
➛ वंशानुगत आनुवंशिक बीमारी के कारण
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दमा – अस्थमा के लक्षण : symptoms of asthma
दमा – अस्थमा का आभास होने का मुख्य लक्षण है सांस लेने के तकलीफ होना। यदि हमारे शरीर में श्वासोश्वास की कोई समस्या नहीं है तो हम कभी भी दमा – अस्थमा के शिकार नहीं हो सकते। सांस लेने तथा श्वासोश्वास सबंधी कोई भी तकलीफ है इसका अर्थ यह दमा – अस्थमा के लक्षण है। दमा – अस्थमा का आभास हमें और भी तरीकों से होता है, जो इस प्रकार है –
➛ सांस लेने में तकलीफ होना, थकावट महसूस होना
➛ सीने में जकड़न जैसा महसूस होना, दर्द होना
➛ सांस फूलने लगना
➛ सिर भारी-भारी जैसा लगना, चक्कर आना
➛ शरीर में अधिक थकावट महसूस होना
➛ अधिक बेचैनी तथा घबराहट महसूस करना
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दमा – अस्थमा के देशी इलाज : Indigenous treatment of asthma
➲ दमा – अस्थमा तथा की समस्या को नियंत्रित करने के लिए शहद बहुत ही अहम् उपाय है। दमा – अस्थमा का अटैक आने पर शहद सूंघने से राहत मिलती है। इसके अतिरिक्त दिन में 3 बार 2-2 चम्मच शहद पीने अधिक लाभ होगा। शहद से बलगम की समस्या से भी मुक्ति मिलती है। इस प्रक्रिया को 15 दिन तक अवश्य दोहराये।
➲ करेला बहुत फायदेमंद है दमा – अस्थमा के उपचार के लिए। 1 चम्मच करेले का पेस्ट बनाये, अब उसमे शहद और तुलसी के पत्तों का रस मिलाकर खाएं। यह एलर्जी से राहत पाने का एक असरदार उपाय है। इस प्रक्रिया को 15 दिन तक अवश्य दोहराये।
➲ शहद की तरह अजवाइन भी बहुत ही लाभदायक औषधि है। आधा कप अजवाइन का रस और उसमें उतनी ही मात्रा में पानी मिलाकर सुबह और शाम खाना खाने के बाद पीने से दमा – अस्थमा से धीरे-धीरे छुटकारा मिलने लगता है। दमा – अस्थमा से बचाव के लिए अजवाइन के पानी से भाप लेना अधिक फायदेमंद होता है। इस प्रक्रिया से श्वास-कष्ट दूर हो जाता है।उपरोक्त विषय पर किसी का कोई भी सवाल या सुझाव है तो कृपया कमेंट करके हमें जरूर बताये। “दमा – अस्थमा का घरेलू इलाज” यह लेख पसंद आये तो इस लेख को अपने दोस्तों में तथा सोशल साइट्स पर शेयर करना ना भूले।
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Note : इस वेबसाइट के सभी लेख लोगों के अनुभवों के आधार पर तथा आयुर्वेद के उपायों का परीक्षण किए गए प्रयोगों के आधार पर तैयार किए गए हैं। कृपया कोई भी उपाय प्रयोग करने से पहले किसी अच्छे आयुर्वेदिक चिकित्सक से सलाह अवश्य लें।
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Asha Gautam says
Bahut bahut dhanyawad, Meri mom ko is article ke upayo se bahut help mili. Thanks you so much Tricks king ji
Tricks King says
Thanks Asha ji. Aur Mom ko kahe ki regular upayo ko aajmaye.
arpita says
Thanks for sharing home remedies.
Tricks King says
Thanks Arpita ji.