१) अपने व्यवसाय के प्रति समर्पित रहिये
व्यवसाय की प्रति समर्पित रहना बहुत जरूरी है। आपको अपने व्यवसाय में किसी अन्य व्यक्ति से ज्यादा विश्वास होना चाहिए, यदि मनुष्य अपने काम के प्रति समर्पित है तो वह अपने अंदर की सारी खामियों से पार हो जाएगा। जल्द ही आपके साथ काम करने वाले भी उसी मेहनत और लगन के साथ व्यापार में काम करेंगे।
२) अपनी सफलता को सबके साथ सेलिब्रेट करिए
जब आप चिंता से मुक्त रहेंगे तो आपके साथ के लोग भी हल्का महसूस करेंगे। उत्साह दिखाइए – जब सफलता मिले तो सबके साथ अच्छे से सेलिब्रेट करें।
३) अपनी कंपनी में हर किसी को सुनिए और ऐसा उपाय निकालिए कि वो आपस में बात करें
जो सामने बैठते हैं – वो जो ग्राहक से बात करते हैं – केवल वो ही जानते हैं कि क्या चल रहा है, इसलिए ये जानने की कोशिश करो कि वे क्या जानते हैं। कुल क्वालिटी कंट्रोल बस यही है, अपनी संस्था में नीचे तक काम शेयर करें और नए आइडियाज को लाने के लिए आपका यह जानना जरुरी हैं कि आपके एम्प्लोयी क्या कहना चाहते है।
४) धारा के विपरीत तैरिये
दूसरी तरफ़ जाइये पुराने तरीके से छोड़ दें। अगर हर कोई काम को एक ही तरह से कर रहा है तो इस बात के लिए तैयार रहें कि बहुत सारे लोग ये इशारा करेंगे कि आप गलत दिशा में जा रहे हैं।
लोन का सही ढंग से उपयोग होना जरूरी है। क्यों कि अगर हम लोन सही तरीके से उपयोग नहीं करते हैं तो हम बिज़नेस में नुकसान हो सकता है इसी वजह से हम समय पर लोन की राशि चूका नहीं पाएंगे और इस से हमारी विश्वसनीयता कम हो जाएगी और हमें फ्यूचर में ऋण मिलना मुश्किल हो जाएगा। इसलिये लोन राशि का सही जगह इस्तेमाल करे और समय पर रीपमेंट करें।
बिज़नेस के लिए हम विभिन प्रकार से लोन ले सकते है जैसे-
१) सुरक्षित ऋण (Secured Loan)
सिक्योर्ड लोन के लिए हमें कुछ एसेट के पेपर्स बैंक को देने पड़ते है लोन अमाउंट के हिसाब से निर्धारित किये जाते है।
२) असुरक्षित ऋण (Unsecured Loan)
अन सिक्योर्ड लोन बिज़नेस की क्रेडिटबिबिलिटी पर मिलती है इसलिए जितना क्रेडिटिबिलिटी उतना अनसिक्योर्ड लोन।
३) संपत्ति के खिलाफ ऋण (Loan Against Property)
लोन अगेंस्ट प्रॉपर्टी का मतलब तो हमें इनके शब्द से ही पता चल रहा है, ये लोन हमको कोई भी प्रॉपर्टी के अगेंस्ट में मिलता है अगर हम समय पर रीपेमेंट नहीं कर पाते है तो बैंक हमारी प्रॉपर्टी बेच भी सकता है।
४) गिरवी ऋण (Mortgage Loan)
५) बिज़नेस लोन (Business Loan)
यह कुछ लोन्स है जो हम अपने व्यापार के लिए ले जा सकते हैं, हमें यह ध्यान रखना जरूरी है कि हम कितने लोन चाहिए और कौनसा Financial Institutes सबसे कम इंटरेस्ट दर में लोन दे रहा है। रेगुलर लोन अमाउंट पेमेंट करना भी बहुत जरूरी क्योंकि अगर हम एक भी किस्त मिस करे तो हमारा सिबिल स्कोर खराब होगा और फ़्यूचर में हमें मिलना मुश्किल हो सकता है।
हर जरूरत के लिए लोगों के पास पर्याप्त पैसा होता तो क्या कहने वाले थे! हकीकत में हालांकि हममें से कई लोगों को अपनी विशेष आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए कर्ज लेना पड़ता है। बैंक और एनबीएफसी इस मौके पर ताड़ के लिए कंज्यूमर को कम दर, पैसा जल्द ही रिलीज करने और आसान प्रक्रिया के वादों के साथ लुभाते हैं। चुकाने की क्षमता से ज्यादा लोन न लें। यह सीख बुजुर्गों की पीढ़ी से चली आ रही है कि पांव उतने ही पसारें -जितनी लंबी चादर हो।
एक नियम यह कहता है कि जितना भी लोन आप ले उसे सही जगह इस्तेमाल करे ताकि आप लोन राशि सही समय पर चूका पाए और लोन का सही समय उपयोग कर पाए। सही समय पर लोन का पेमेंट करते रहे ताकि आपकी विश्वसनीयता कम न हो और कभी आप फ्यूचर में लोन अप्लाई करे तो आपका Loan application कभी भी अस्वीकार ना हो।
आप लोन का सही ढंग से इस्तेमाल कैसे करे इसके लिए बिज़नेस को एक्सपर्ट कि जरुरत पढ़ती है Loan Frame एक ऐसी कंपनी है जो आपके आपको हर तरीके के लोन में मदद कर सकती है। आपके बिज़नेस को सक्सेसफुल बनाने में मदद कर सकती है। लोन फ्रेम के एक्सपर्ट आपके बिज़नेस लोन लेने के लिए और कैसे आप फण्ड इस्तेमाल करे आपकी सारी लोन संबधित दिक्कतों को लोन फ्रेम solve कर सकता है।
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