संदीप महेश्वरी की सफलता की कहानी, संदीप महेश्वरी की विजय गाथा, संदीप माहेश्वरी का जीवन परिचय, संदीप माहेश्वरी की जीवनी, Sandeep Maheshwari Biography in Hindi.
संदीप महेश्वरी की सफलता की कहानी पार्ट 2 (Sandeep Maheshwari Success Story in Hindi)
दोस्तों, जैसे की बताया जाता है, सफलता इतने आसानी से नहीं मिलती है। उसी तरह “इमेजस बाजार डॉट कॉम” के बेताज बादशाह संदीप महेश्वरी को एक टॉप का बिजनेसमैन बनने में बहुत सी परेशानियों का सामना करना पड़ा। बहुत सी असफलताओं का सामना करना पड़ा। लेकिन वो इससे बिना डरे आगे बढ़ने का प्रयास करते रहे। इसलिए वो हमेशा कहते रहते है की, आज मै जो कुछ भी हूं अपनी असफलताओं की वजह से हु।
दोस्तों, बड़े बड़े महानतम लोग यह कह चुके है की, असफलता.. सफलता की पहली सीढ़ी है। असफलता से जो पाठ सीखे जा सकते हैं, वो सफलता से नहीं सीख सकते है। बस यहीं संदीप महेश्वरी जी को समझ में आ चूका था और उन्होंने कभी भी हार न मानने की ठान ली।
अब हम यहां पे संदीप महेश्वरी जी की “सफलता की कहानी पार्ट 2” के बारे में जानने वाले है। इसके पहले हमने इस वेबसाइट पे “संदीप महेश्वरी की सफलता की कहानी पार्ट 1” के बारे में जाना है, यदि आपने वह आर्टिकल नहीं पढ़ा है तो आप यहां क्लिक करके वह आर्टिकल पढ़ सकते है।
संदीप महेश्वरी की सफलता की कहानी पार्ट 2 – संदीप महेश्वरी की जुबानी
>> संदीप जी को फ्री पोर्टफोलियो के माध्यम से पहली सफलता प्राप्त हुई जिससे उन्होंने 20-25 हजार रुपये की कमाई किया था, यहां तक की पूरी जानकारी आपको पार्ट 1 में मिल जायेगी।
>> उसके बाद संदीप जी बताते है, एक लड़का उनके पास आया और बोला की साथ मिलके इवेंट कराते है, न्यू इयर पार्टी कराते है, आजकल न्यू इयर पार्टीज बहुत चल रही है, इससे हम अच्छी खासी कमाई कर लेंगे। तब संदीप जी इसके लिए भी तैयार हो गए क्योंकि वो भी बहुत दिनों से इसके बारे में सोच रहे थे।
>> संदीप जी ने उस लड़के को साफ साफ़ बता दिया था की, उनके पास पैसे नहीं है, तब उस लड़के ने कहां की पैसा पूरा मै लगाऊंगा, बस तूझे काम करना है। तब संदीप जी ने उससे डील कर ली। उसके बाद उस लड़के ने कुछ पैसे लगाये और उन्होंने इवेंट मैनेजमेंट का काम शुरू किया, संदीप जी आगे बताते है की, वो रेगुलर रात-दिन 2 महीने तक इवेंट के लिए काम करते रहे, इवेंट ख़तम होने के तीन-चार दिन पहले वो लड़का आया और बोला की अभी मेरे पास पैसे नहीं है, अभी तू एक बार लगा ले, बाद में हिसाब कर लेंगे। उसके बाद संदीप जी ने इधर उधर से पैसे इकट्ठा किये और इवेंट में लगा दिए।
>> अब इवेंट ख़तम हो गया, उसके बाद हिसाब की बारी आई, तो संदीप जी उस लड़के को बोले की चलो बैठ के हिसाब कर लेते है, तब वह लड़का बोला.. कौनसा हिसाब, कैसा हिसाब, उसके बाद उसने वो पैसे अपने बैग में डाले और अपने तीन-चार दोस्तों के साथ निकल गया। वो बताते है, यह उनके जिंदगी का सबसे बड़ा फेलियर था।
>> फिर भी उन्होंने हार नहीं मानी, क्योंकि उनके दिमाग सिर्फ एक ही बात घूम रही थी की, आसान है और उन्होंने कई बार यह भी पढ़ा था की “जो होता है अच्छे के लिए होता है” बस इसी बात को ध्यान में रखते हुए वो आगे बढ़ते रहे।
>> उसके बाद वो आगे बताते है की, उन्होंने फिर से फोटोग्राफी का काम शुरू कर दिया, उसमे उन्होंने काफी मेहनत किया और करते रहे। वो महीने के 30-40 हजार रुपये कमाने लग गए थे। लेकिन 2003 में एक ऐसी स्टेज आई की वो आगे नहीं बढ़ पा रहे थे। क्योंकि, संदीप जी जो फोटोग्राफ बनाते थे उसे जब लोग एजेंसीज में दिखाते थे तब वो लोग कहते थे की किस बेवकूफ से यह फोटोग्राफ बनाई है, क्या है ये फोटोग्राफ और वो फोटोग्राफ उठाकर फेक देते थे।
>> उसके बाद वो लोग संदीप जी के पास आते थे और कहते थे की यार ये क्या हो रहा है क्यों हो रहा है। लेकिन संदीप जी यह सब जानते थे की, यह ऐसा क्यों हो रहा था। वो आगे बताते है की, ऐसा इसलिए होता था की, फोटोग्राफी में सिर्फ नाम बिकता है, कई बार अच्छी फोटोग्राफ होने के बावजूद भी फोटोग्राफ उठाकर फेक दी जाती थी। क्योंकि उस समय संदीप जी फेमस नहीं थे उनका कोई नाम नहीं था।
>> तब संदीप जी को लगा की नाम कमाना है, कैसे कमाना है पता नहीं, तब उन्हें कई से वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने का आयडिया आया। उसके बाद उन्होंने अपने दोस्तों से बात की, लेकिन दोस्त बोले यार ये पॉसिबल नहीं है, इसके लिए बहुत से पैसे लगेंगे, तू ये सब मैनेज नहीं कर पायेगा, आदि बहुत कुछ बोल गए दोस्त। लेकिन संदीप जी ने हार नहीं मानी और वो लिमका बुक ऑफ़ रिकॉर्ड में गए और वहां जाकर उनकी एमडी से मिले जिनका नाम है, विजया घोष।
>> उसके बाद संदीप जी ने उनसे कहां की, मुझे वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाना है, वो बोली.. देखो संदीप ये सब इतना आसान नहीं है, जितना तुम सोच रहे हो, वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाना कोई खेल नहीं है, इसके लिए आपको बहुत बड़े लेवल पे काम करना होगा, हां लेकिन आप इंडिया के लिए रिकॉर्ड बना सकते हो। लेकिन संदीप जी बोले, नहीं.. मुझे वर्ल्ड रिकॉर्ड ही बनाना है, उसके लिए क्या करना होगा, मुझे आप सिर्फ ये बताये।
>> तब विजया घोष जी बोली की, आपको इसके लिए बहुत बड़े लेवल पे काम करना होगा, आपको सबसे पहले 100 मॉडल हायर करने होगे, कम से कम 10 हजार फोटोग्राफ क्लिक करने होगे, फिल्म रोल पे। नॉनस्टॉप 12 घंटे में क्लिक करने होंगे और 10 हजार में से दोनों शॉट सेम नहीं होने चाहिए, सब अलग अलग होने चाहिए। हमारे मॉडरेटर ये सब चेक करेंगे की आप कहीं बीच में बैठ तो नहीं रहे हो, नॉनस्टॉप 12 घंटे तक आपको शूट करना होगा।
>> इतना सब करने के लिए संदीप जी तैयार हो गए, उन्होंने कहा.. ये सब मै कर लूँगा। उसके बाद उन्होंने विजया घोष जी को एक तारीख दे दिया और कहा की, इस तारीख को मै ये सब कर लूंगा। उसके बाद विजया घोष जी उन्हें सजेस्ट करती है की आप एक इवेंट मैनेजमेंट कंपनी हायर कर लो। तब उन्हें जाकर अहसास हुवा की, जो पहले उन्होंने इवेंट मैनेजमेंट का काम किया था, जिसमे वो फेल हो गए थे, आज वह उनके सफलता के काम आएगा।
>> संदीप जी आगे कहते है की, अगर उन्होंने पहले वो इवेंट मैनेजमेंट का काम नहीं किया होता, 2 महीने तक रात दिन वो उसके लिए काम नहीं किये होते तो वह आज इतना बड़ा काम नहीं कर पाते और उनमे वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने की हिम्मत नहीं होती। वो आगे बताते है की, जब वो इवेंट मैनेजमेंट में 800 लोगों की पार्टी अरेंज कर सकते है तो वर्ल्ड रिकॉर्ड क्या है, 100 मॉडल ही तो चाहिए, इसे वो आसानी मैनेज कर लेंगे। उन्होंने अपने दिमाग में सोच लिया था की “सब आसान है” और वहां से वे अपने घर आ गए।
>> उसके बाद उन्होंने अपने दोस्तों से बात की, उन्होंने पेपर पेन निकाला और उन्होंने हिसाब लगाना शुरू कर दिया, इसके लिए इतने पैसे लगेंगे, उसके लिए इतने पैसे लगेंगे, ऐसे टोटल लगभग 8-10 लाख रुपये लगेंगे, तू इतने सारे पैसे कहां से लाएगा। तब संदीप जी बोलते है, पता नहीं ये सब, लेकिन वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाना है। दोस्त बोले भाई ये सब पॉसिबल नहीं है, लेकिन संदीप जी हार मानने को बिलकुल भी तैयार नहीं थे। उन्होंने कहा.. हो जाएगा, सब आसान है, लेकिन पता नहीं कैसे।
>> उसके बाद संदीप जी बताते है की, उन्हें भी पता नहीं था की ये सब कैसे होगा, लेकिन वो सोचते रहे, बहुत सोचा उन्होंने, उसके बाद उन्हें उसका जवाब अंदर ही मिला। वो बताते है की, बहुत से मॉडल ऐसे थे जो उनसे 3-4 हजार में पोर्टफोलियो बनाते थे लेकिन कुछ ऐसे मॉडल भी थे जो 3-4 हजार रुपये भी अरेंज नहीं कर सकते थे। तब इन्होने उनके लिए एक ऑफर निकाला और उन्होंने उन्हें कॉल करना शुरू किया और बताया की सिर्फ 500 रुपये में पोर्टफोलियो हो रहा है, सिर्फ 500 रुपये पोर्टफोलियो हो रहा है। उसके बाद क्या.. इतना कहते ही लोग आने लगे, भीड़ जमा हो गई.. मेरा पोर्टफोलियो बना दो, मेरा पोर्टफोलियो बना दो, ऐसा कहते हुए लोगों की लाइने लग गई। यह बात दूर दूर तक फ़ैल गई और इनका काम आसान हो गया।
>> आगे संदीप जी बताते है.. पुरे 122 मॉडल आये, पौने ग्यारह घंटे के अंदर दस हजार शॉट क्लिक हो गए और वर्ल्ड रिकॉर्ड बन गया और रातो रात संदीप जी फेमस हो गए, यह संदीप जी लाइफ की दूसरी सफलता थी। जिस वजह से वे टेलीविजन, न्यूज़पेपर, जिधर उधर छा गए थे।
>> आगे पढ़े :
संदीप महेश्वरी की सफलता की कहानी पार्ट : 3
संदीप महेश्वरी की सफलता की कहानी पार्ट : 1
Author : Pooja
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Kavya jha says
Sandeep maheshwari Success Story padhke bahut khusi hui, bahut kuch siikhne ko mila.
Pravin Gajbhiye says
Nice information.Sandeep Maheshwari is an example of success.